उत्तराखंड- उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतिम दौर में आज फैसले की घड़ी आ गई है। जिला पंचायतों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष और क्षेत्र पंचायतों में प्रमुख, ज्येष्ठ व कनिष्ठ उपप्रमुख पदों के चुनाव की वोटिंग खत्म हो चुकी है. जिसके बाद मतगणना कार्य जारी है.आज शाम तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. जिला पंचायतों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और क्षेत्र पंचायतों में प्रमुख, ज्येष्ठ व कनिष्ठ उपप्रमुखों के चुनाव की प्रक्रिया 11 अगस्त को नामांकन के साथ शुरू हुई। उधम सिंह नगर, चंपावत, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी व टिहरी में जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। शेष सात जिला पंचायत अध्यक्ष पदों के लिए 15 प्रत्याशी मैदान में हैं। उपाध्यक्ष पदों के लिए चंपावत व पिथौरागढ़ में निर्वाचन निर्विरोध हुआ, जबकि ऊधम सिंह नगर में कोई नामांकन नहीं हुआ। अन्य नौ जिलों में 20 प्रत्याशियों के बीच जोर आजमाइश है। इसी तरह 89 क्षेत्र पंचायतों में प्रमुख के 17 पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है. जबकि एक पद रिक्त है। बाकी 71 पदों के लिए 151 उम्मीदवार मैदान में हैं। ज्येष्ठ उपप्रमुख के लिए 152 और कनिष्ठ उपप्रमुख पद पर 132 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए जिला पंचायत मुख्यालयों और प्रमुख, ज्येष्ठ व कनिष्ठ उपप्रमुख पदों के लिए क्षेत्र पंचायत मुख्यालयों में आज सुबह 10 बजे से मतदान शुरू हो गया था. जो दिन के तीन बजे तक चला और साढ़े तीन बजे से मतगणना शुरू कर दी गई. जिसमे शाम तक परिणाम घोषित होने की पूरी संभावना है। वही चुनाव के दौरान दूसरी ओर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली है।नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद की भाजपा प्रत्याशी दीपा दर्मवाल ने इस मामले में तल्लीताल थाना पुलिस को तहरीर भी दी है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाने के साथ ही चार जिला पंचायत सदस्यों को गायब करने के प्रयास का आरोप भी लगाया है.
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतिम दौर में है. फैसले की घड़ी आ गई है। जिला पंचायतों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष और क्षेत्र पंचायतों में प्रमुख, ज्येष्ठ व कनिष्ठ उपप्रमुख पदों के चुनाव की वोटिंग खत्म हो चुकी है. जिसके बाद मतगणना कार्य जारी है.आज शाम तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. उत्तराखंड की सबसे हॉट जिला पंचायत सीट पर आज वोटिंग सुबह साढ़े नौ बजे शुरू हो गई थी। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व मंत्री नवप्रभात प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना व अनेक विधायकों के साथ कांग्रेस समर्थित सभी 17 जिला पंचायत सदस्य काफिले के रूप में जिला पंचायत भवन गांधी रोड पहुंचे जहां भारी पुलिस बंदोबस्त के साथ सभी 17 वोटर जिला पंचायत भवन में बने पोलिंग बूथ पर चले गए व कांग्रेस नेता बाहर सड़क के उस पार बैठ गए। सभी 17 वोटरों ने अपना मतदान किया. जिससे कांग्रेस प्रत्याशी सुखविंदर कौर की अध्यक्ष पद पर व अभिषेक सिंह की उपाध्यक्ष पद पर जीत सुनिश्चित मानी जा रही है।
वही जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भारी बवाल मचा हुआ है. कई जिलों में इसे लेकर उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर है और वो किसी भी तरह से ये पद अपने नाम करना चाहते हैं. इसी बीच नैनीताल से एक बड़ा मामला सामने आया. जहां कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेताओं ने पुलिस के साथ मिलकर चार पंचायत सदस्यों का अपहरण कर लिया. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि पुलिस समेत 30 से 40 लोगों ने चारों कांग्रेस समर्थक पंचायत सदस्यों के साथ पहले मारपीट की और फिर उन्हें निजी वाहन में उठाकर ले गए. इस मामले को लेकर जमकर बवाल हुआ. कांग्रेस नेता हाईकोर्ट तक जाने की बात कह रहे हैं. उनका कहना है कि चुनाव को तुरंत रोक दिया जाना चाहिए. उत्तराखंड के तमाम जिलों में आज जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए वोटिंग चल रही थी. इसके लिए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था. तमाम बड़े जिलों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया था और किसी भी तरह की हिंसा से निपटने की बात कही गई है. नैनीताल में जिला अध्यक्ष कार्यालय से 100 मीटर परिधि को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट ने इस घटना पर जवाब प्रशसन से माँगा
आपको बता दें कि आज उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के पदों पर चुनाव हो रहे है. पांच जिलों में तो बीजेपी पहले ही जिला पंचायत अध्यक्ष पर निर्विरोध जीत चुकी है. वहीं सात जिलों में चुनाव हो रहे है, जिसमें से नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा बवाल हो रहा है। सभी राजनैतिक पार्टियों का पंचायत चुनाव को लेकर संग्राम जारी है।