डिजिटल डेस्क- इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने के लिए लोकसभा में प्रस्ताव लाया जाना है। इस प्रस्ताव को लाने के लिए समिति का किया जाना है। इस समिति में रहने वाले लोगों के नाम पर मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मुहर लगाते हुए नाम घोषित कर दिए। आपको बताते चलें कि 14 मार्च की रात में दिल्ली स्थित जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग लग गई थी। घर में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मी और पुलिस कर्मी पहुंचे तो उन्हें भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ। बरामद हुए कैश में अधिकांश नोट अधजली अवस्था में थे। जस्टिस वर्मा के घर में भारी मात्रा में कैश मिलने की खबर जब सामने आई तो मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने एक तीन-सदस्यीय इन-हाउस जांच समिति गठित कर मामले की जांच की। इस दौरान उन्हें दिल्ली हाई कोर्ट से हटाकर आलाहाबाद हाई कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया और उन्हें कोई न्यायिक काम नहीं सौंपा गया
तीन जजों की बनी है कमेटी
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इस कमेटी के सदस्यों के नामों की घोषणा की। समिति में सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के एक-एक जज और एक कानूनविद शामिल होंगे। ओम बिरला ने कहा कि कमेटी में सुप्रीम कोर्ट के जज अरविंद कुमार, मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस मनिंदर मोहन और कर्नाटक हाई कोर्ट के सीनियर एडवोकेट बीवी आचार्य शामिल हैं।
पूर्व में सुप्रीम कोर्ट से मिल चुका है झटका
जस्टिस यशवंत वर्मा ने राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने आंतरिक प्रक्रिया की वैधता को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद स्पष्ट हो चुका था कि जस्टिस वर्मा को पद से हटाने की कार्यवाही का रास्ता साफ हो चुका है। बता दें कि जस्टिस वर्मा ने अपने आवास पर जले कैश के मामले में जांच रिपोर्ट को खारिज करने की मांग को लेकर याचिका दाखिल की थी।