KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है और उससे एक दिन पहले रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में सभी विधायकों और मंत्रियों को स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों का तथ्यात्मक, संतोषजनक और करारा जवाब दिया जाए, ताकि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित हो और जनता के बीच सरकार की सकारात्मक छवि बने।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे पूरी तैयारी के साथ सत्र में हिस्सा लें और किसी भी प्रश्न का जवाब अधूरा या असंतोषजनक न हो। उन्होंने कहा, “विपक्ष के सवालों से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें तथ्यों के साथ जवाब देकर निरुत्तर किया जाए।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि इस बार सदन में “विजन डॉक्यूमेंट” पर विशेष चर्चा का आयोजन किया गया है, जिस पर 24 घंटे से अधिक समय तक बहस की जाएगी। उन्होंने सभी विधायकों से अपील की कि वे इस चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने-अपने क्षेत्रों में चल रही विकास योजनाओं की जानकारी भी प्रस्तुत करें। “इससे जनता को यह संदेश जाएगा कि उनका प्रतिनिधि उनके क्षेत्र के विकास के प्रति गंभीर है,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने सदन की मर्यादा और गरिमा बनाए रखने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि गंभीर और उद्देश्यपूर्ण चर्चा से जनता का लोकतंत्र में विश्वास और मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास और जनकल्याण से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, समेत कई कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और भाजपा विधायक उपस्थित रहे। बैठक में सत्र की रणनीति, विपक्ष की संभावित रणनीतियों का विश्लेषण और सदन में भाजपा की ओर से प्रस्तुत किए जाने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई।