राहुल के आरोपों के बाद चुनाव आयोग द्वारा इस्तीफा मांगने पर बोली प्रियंका गांधी, उदाहरण देकर समझाया पूरा माजरा

डिजिटल डेस्क- राहुल गांधी द्वारा गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव आयोग और भाजपा पर वोट चोरी और सरकार चोरी का आरोप लगाया गया। साथ ही राहुल गांधी द्वारा कई साक्ष्यों को भी पत्रकारों के सामने रखा गया। राहुल गांधी के इन आरोपों के बाद पूरे देश की राजनीति में भौचाल आ गया है या यूं कहे कि पूरा देश दो हिस्सों में बंटा हुआ नजर आ रहा है। एक हिस्सा जहां भाजपा और चुनाय आयोग के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरा हिस्सा राहुल गांधी के साथ खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है और साथ ही राहुल गांधी के द्वारा चुनाव आयोग से जिस डिजिटल डेटा की मांग की गई थी उसे सबके सामने उपलब्ध कराने की मांग कर रहा है। राहुल के इन आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को एक हलफनामे में साइन करने को कहा है, जिस पर देश में रार छिड़ा हुआ है। वहीं राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग द्वारा मांगे जा रहे इस हलफनामे के बारे में उदाहरण देकर समझाया कि चुनाव आयोग की मंशा हस्ताक्षर कराने की क्यों है।

दिया टीचर का उदाहरण

प्रियंका गांधी ने कहा कि आप टीचर के पास जाओ और कहो कि मैम चीटिंग हो रही है तो क्या टीचर आपको थप्पड़ मारेंगी? या वो बोलेंगी कि मैं चेक करती हूं क्या हो रहा। वो जांच करेंगी। यहां देखिए क्या हो रहा। जो मांग की जा रही उसकी जांच की जगह उल्टा सीधा बोला जा रहा जो शिकायत कर रहा। यही नहीं उनसे हलफनामा मांगा जा रहा। एफिडेविट साइन करने की बात कही जा रही है। इतना सब कुछ हो रहा और कोई कार्रवाई नहीं हो रही।

जांच क्यों नहीं कर रहा चुनाव आयोग

 कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ‘याचिका के अनुसार, 30 दिनों के भीतर हलफनामा प्रस्तुत किया जा सकता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। वे हलफनामा क्यों मांग रहे हैं? अगर कोई जानबूझकर गलती हुई है, तो आपको इसकी जांच करनी चाहिए। आप हमें मतदाता सूची क्यों नहीं दे रहे हैं? आप जांच क्यों नहीं कर रहे हैं? उसके बजाय आप कह रहे कि हलफनामा साइन करके दो। इससे बड़ी शपथ क्या है जो हम सदन में लेते हैं। इससे बड़ी कोई शपथ है जो हमने सदन में ले रखी है।’