विश्व स्तनपान दिवसः नवजात शिशुओं को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को किया गया जागरूक, बताया गया स्तनपान का महत्व

डिजिटल डेस्क- कानपुर के स्वरूप नगर स्थित चांदनी हॉस्पिटल में विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर भारतीय बाल रोग अकादमी द्वारा स्तनपान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से डॉ विनीत अग्रवाल और डॉ रोली मोहन ने स्तनपान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। महिलाओं को जागरूक करते हुए डॉक्टर्स ने कहा कि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत की तरह है, जन्म होने के पहले घंटे से ही बच्चे को माँ का दूध पिलाना शुरू कर देना चाहिए।

माँ का दूध करता है टीकाकरण का कार्य

इस दौरान बताया गया कि नेशनल हेल्थ फैमिली सर्वे के अनुसार 45 प्रतिशत माताएं ही नवजात को अपना दूध पिलाती है। वहीं डॉ. अमितेश यादव ने बताया कि जन्म के बाद पहले 48 घंटों में निकलने वाला गाढ़ा पीला दूध, जिसे कोलोस्ट्रम कहा जाता है, यह नवजात के लिए पहले टीकाकरण के बराबर कार्य करता है साथ ही यह नवजात को विभिन्न संक्रमणों से सुरक्षा प्रदान करता है, मां के दूध से बच्चों में निमोनिया व डायरिया का खतरा कम हो जाता है।

कैंसर के खतरे को कम करता है माँ का दूध

इसके साथ ही साथ स्तनपान करने से महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है, और गर्भावस्था में बढ़ा वजन भी घटना है। वहीं स्तनपान जागरूकता कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं चांदनी हॉस्पिटल के डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहे।