KNEWSDESK- विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ के माध्यम से भारतीय सेना की बहादुरी और राष्ट्रभक्ति को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि ये सैन्य अभियान केवल रणनीतिक नहीं, बल्कि हर भारतीय के आत्मसम्मान और गौरव का प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कांग्रेस और विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जहां देश एकजुट होकर सेना की वीरता का सम्मान कर रहा है, वहीं कुछ दल राजनीतिक स्वार्थ में डूबे हुए हैं। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर उन हर आंसुओं का जवाब है, जो हमारी माताओं-बहनों ने अपनों को खोकर बहाए। प्रधानमंत्री मोदी न केवल एक दूरदर्शी नेता हैं, बल्कि हर भारतीय के लिए एक संरक्षक की भूमिका निभा रहे हैं।”
रेखा गुप्ता ने कांग्रेस की पुरानी सरकारों के निर्णयों को आड़े हाथों लेते हुए 1965, 1971, और कारगिल युद्ध के साथ-साथ कश्मीरी पंडितों के पलायन जैसे मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा कि जब देश ने रणभूमि पर जीत हासिल की, तब उन जीतों को बातचीत की मेज पर हार में बदला गया।
प्रियंका गांधी का नाम लिए बिना मुख्यमंत्री ने विपक्ष के कुछ नेताओं पर “संवेदनाओं का नाटक” करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संसद में सवाल उठाने वाले वही लोग हैं जो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश को नीचा दिखाते हैं।
जया बच्चन पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “जो लोग दशकों तक कैमरे और ग्लैमर की चकाचौंध में खोए रहे, अब सेना की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। क्या देश की बेटियों की इज्जत से बड़ा कोई मंच उनके लिए नहीं हो सकता?”
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण का समापन इस संदेश के साथ किया कि आज का भारत निर्णायक नेतृत्व में आत्मनिर्भरता और साहस का परिचायक बन चुका है। विपक्ष को अब यह समझना होगा कि राजनीति से ऊपर देश का सम्मान और सुरक्षा है।