बरसात में बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक, विपक्ष के सवालों पर ऊर्जा मंत्री का पलटवार

KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में बरसात के मौसम को देखते हुए बिजली आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था बनाए रखने के लिए बिजली कर्मचारियों के अवकाश पर 30 सितंबर तक रोक लगा दी गई है। यह निर्णय मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (MVVNL) के प्रबंध निदेशक द्वारा जारी आदेश के तहत लिया गया है।

आदेश में स्पष्ट किया गया है कि बारिश के कारण आए दिन होने वाले फॉल्ट और आपात स्थितियों से निपटने के लिए यह जरूरी है कि हर स्तर पर कर्मचारी उपलब्ध रहें। इसलिए 30 सितंबर तक किसी भी तकनीकी या प्रशासनिक कर्मचारी को छुट्टी स्वीकृत नहीं की जाएगी।

बिजली व्यवस्था को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों के बीच यह फैसला सामने आया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में बिजली आपूर्ति को लेकर आलोचना की थी, जिस पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कड़ा पलटवार किया है।

ऊर्जा मंत्री ने बयान जारी कर कहा, “आज कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को बिजली की बड़ी चिंता सता रही है। अगर इन्होंने अपने लंबे शासनकाल में इस विषय पर इतनी ही चिंता की होती, तो भाजपा को बिजली व्यवस्था की ऐसी बदहाल विरासत नहीं मिलती।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष फर्जी वीडियो और गलत संपादन के ज़रिये बिजली की अव्यवस्था का भ्रम फैला रहा है। उन्होंने कहा कि बलिया, मथुरा और सुल्तानपुर से संबंधित जिन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है, वे फर्जी पाए गए हैं।

ऊर्जा मंत्री ने अपने कार्यकाल में बिजली व्यवस्था में किए गए सुधारों का हवाला देते हुए बताया पिछले तीन वर्षों में 1.59 लाख किलोमीटर जर्जर तार बदले गए हैं। 29 लाख नए बिजली के खंभे लगाए गए हैं। ट्रांसफार्मरों की संख्या और उनकी क्षमता में बढ़ोतरी की गई है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति को प्राथमिकता दी जा रही है।

बिजली विभाग की ओर से आम नागरिकों से अपील की गई है कि बरसात के इस मौसम में किसी भी प्रकार की विद्युत समस्या की स्थिति में तुरंत 1912 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें। साथ ही बिजली उपकरणों को सुरक्षित रखने के लिए सतर्कता बरतने की सलाह भी दी गई है।