KNEWS DESK- राज्यसभा में सोमवार को विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर हुई बहस के दौरान खड़गे ने न केवल सरकार की रणनीति और तैयारियों पर सवाल खड़े किए, बल्कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति और संवेदनशीलता को लेकर भी गंभीर टिप्पणियां कीं।
खड़गे ने प्रधानमंत्री की पाकिस्तान नीति पर सीधा वार करते हुए कहा कि जब विपक्ष पाकिस्तान का विरोध करता है, तब सरकार दिखावे में लगी होती है। “हम तो पाकिस्तान की निंदा करते रहे हैं, लेकिन आप तो बिना बुलाए वहां जाकर गले लगाते हो, फिर दूसरों को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाते हो।”
नेहरू पर हो रही बार-बार की आलोचना पर खड़गे ने कहा “जब आप छोटे थे, तो 14 नवंबर को कहते थे, चाचा नेहरू आए। अब वही नेहरू जी को गाली देते हैं और तालियां बजाते हैं। आपने सिर्फ झूठ के कारखाने बनाए हैं, पब्लिक सेक्टर नहीं।”
खड़गे ने पहलगाम हमले से जुड़ा बड़ा सवाल उठाया “मैंने पहले भी पूछा था कि क्या सरकार को पहले से अंदेशा था? क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी का दौरा अचानक रद्द किया गया। क्या उन्हें हमले की सूचना पहले से थी?”
खड़गे ने प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति पर भी सवाल खड़े किए “सर्वदलीय बैठक में पीएम नहीं थे। संसद में नहीं आए। बिहार में चुनाव प्रचार करते रहे। देश के जवान मारे जा रहे थे और पीएम प्रचार में व्यस्त थे। क्या यही आपकी देशभक्ति है?”
खड़गे ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बयान का हवाला देते हुए कहा कि जब उन्होंने पहलगाम हमले को इंटेलिजेंस की विफलता माना, तो गृह मंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। “इंटेलिजेंस गृह मंत्रालय के अधीन है। उपराज्यपाल ने माना कि चूक हुई है। तो क्या गृह मंत्री इस्तीफा देंगे? या यह बयान उन्हें बचाने के लिए दिलवाया गया था?”
खड़गे ने कहा कि इस सरकार के दौरान पहलगाम में पांच बार हमले हो चुके हैं, लेकिन कोई सबक नहीं लिया गया। “आपने कहा कि तीन आतंकी मारे गए। लेकिन बाकी मास्टरमाइंड कहां हैं? उन्हें कब पकड़ा जाएगा? ये भी तो बताइए।”
कांग्रेस पर बार-बार हमले का जवाब देते हुए खड़गे ने कहा “गृह मंत्री जी हर बार कहते हैं, कांग्रेस ने ये किया, वो किया। लेकिन एक ही गोली पर कब तक जिंदा रहोगे? आपने क्या किया, वो बताइए।”
खड़गे ने याद दिलाया कि कांग्रेस ने CWC में प्रस्ताव पारित किया, सेना के सम्मान में ‘जय हिंद यात्रा’ निकाली, और कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है। फिर भी प्रधानमंत्री विपक्ष के खिलाफ मंच से हमले करते रहे।