KNEWS DESK- लोकसभा में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर हुई बहस के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार, विशेष रूप से रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार केवल श्रेय लेना जानती है, लेकिन जिम्मेदारी लेने से कतराती है।
प्रियंका गांधी ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या हुई, और TRF (The Resistance Front) जैसे आतंकी संगठन कश्मीर में 25 हमले कर चुके हैं — फिर भी सरकार की सुरक्षा एजेंसियों को इसका अंदाजा तक नहीं था। उन्होंने इसे सुरक्षा तंत्र की स्पष्ट विफलता बताया। “TRF ने कश्मीर में 25 आतंकी हमले कर दिए, लेकिन किसी को पहलगाम की भनक तक नहीं लगी। ये हमारी सुरक्षा एजेंसियों की विफलता है।”
अपने भाषण में प्रियंका गांधी ने कहा कि बीजेपी बार-बार इतिहास की ओर देखती है, लेकिन आज की सच्चाई से मुंह मोड़ लेती है। “11 साल से सत्ता में आप हैं, फिर भी कोई जिम्मेदारी नहीं लेते। आप इतिहास की बात करिए, मैं वर्तमान की बात करूंगी।”
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय लेने में पीछे नहीं हटते, लेकिन हमलों की जिम्मेदारी लेने में पीछे रहते हैं। “ऑपरेशन सिंदूर का पीएम श्रेय लेते हैं, ओलंपिक मेडल का भी श्रेय लेते हैं। लेकिन जिम्मेदारी लेना भूल जाते हैं। देश के लिए प्रचार-पब्लिसिटी ज्यादा ज़रूरी है।”
प्रियंका गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पहले किए गए बयान पर जवाब देते हुए कहा कि “मेरी मां सोनिया गांधी के आंसू तब गिरे जब उनके पति राजीव गांधी की हत्या आतंकियों ने की थी।” उन्होंने तीखे शब्दों में सरकार को चेताया कि शहीदों और उनके परिवारों के दर्द का मजाक न बनाया जाए।
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण को इस आरोप के साथ खत्म किया कि यह सरकार राजनीतिक साहस से नहीं, बल्कि प्रचार और भय के आधार पर देश चला रही है। उन्होंने कहा कि जब सवाल पूछे जाते हैं, तो जवाब देने की बजाय विपक्ष पर हमला किया जाता है।
प्रियंका गांधी का भाषण खत्म होते ही विपक्षी बेंचों से जोरदार तालियों की गूंज सुनाई दी। हालांकि सत्ता पक्ष की ओर से अभी इस पर कोई औपचारिक जवाब नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह एक और जवाबी भाषण दे सकते हैं।