डिजिटल डेस्क- कासगंज के लहरा गंगा घाट पर कावड़ियों और पुलिस के बीच बेरिकेटिंग तोड़कर गहरे पानी में जाने को लेकर विवाद हो गया। जिससे नाराज कावड़िये घाट पर ही धरने पर बैठ गए और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। सूचना पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कावड़ियों को समझाया और उन्हे उनके गँतव्य के लियर रवाना कर दिया। बताया जाता है कि जनपद एटा के मारहरा से आए कावड़ियों का एक जत्था 251 फुट लंबी कावड़ में गंगा जल भरने पहुंचा था। आज सुबह लहरा गंगा घाट पर गंगा स्नान के दौरान कावड़ियों ने बेरिकेटिंग तोड़कर गहरे पानी में जाने का प्रयास किया।
धरने पर बैठ गए कावड़िये
इस दौरान पीएसी जवानों ने उन्हें रोका तो विवाद हो गया। आक्रोशित कांवड़ियों ने पुलिस कर्मियों पर अभद्रता और मारपीट करने का आरोप लगाया है और नाराज कांवड़िये घाट पर ही धरने पर बैठ गए और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। वहीं पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर कांवड़ियों को समझाया और उन्हे उनके गँतव्य के लियर रवाना कर दिया। वहीं इस पूरे मामले पर एसपी कासगंज अंकिता शर्मा ने बताया की हजारों की संख्या में लोग लहरा गंगा घाट पर अन्य प्रदेशों से भी कांवड में गंगा जल भरने आते हैं।

हादसों को रोकने के लिए लगाई गई बेरिकेटिंग
हादसों को रोकने के लिए और गंगा घाट पर डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए एक लम्बी बेरिकेटिंग की गई है। जंहा पीएसी की फ़्लड यूनिट की टीम भी लगाई है। आज कुछ कांवड़ियों ने बेरिकेटिंग तोड़कर गहरे पानी में जाने का प्रयास किया गया। जब पीएसी के जवान ने उन्हे रोका तो उसके साथ मारपीट की गई। और मारपीट करने वाले लोग धरने पर बैठ गये। उन्हे समझाकर उनके गँतव्य के लिए रवाना किया गया है। एसपी ने लोगों से अपील की है, जो बेरिकेटिंग लगाई गई है। वह सुरक्षा के लिए है जिससे कोई डूबे नही। इसलिए सभी लोग अपना सहयोग पुलिस को दें।