पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ने भारत बनाम पाक मैच में उठाए सवाल, बोली- इतनी जल्दी भूल गए पहलगाम हमला

डिजिटल डेस्क- 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में विशेष सत्र बुलाया गया था जहां सत्ता पक्ष ने विपक्ष के सारे सवालों और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी सफलताओं को अन्य संसद सदस्यों के साथ साझा किया। इसी बीच पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या ने 14 सितंबर को होने वाले भारत बनाम पाकिस्तान मैच को लेकर नाराजगी जाहिर की। उनके अनुसार पहलगाम हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। पहलगाम हमले को मात्र तीन माह ही बीते हैं और लोग पहलगाम हमले को भूल गए।

यह बहुत ही शर्मनाक है…..

भारत बनाम पाकिस्तान मैच की तारीख घोषित होते ही कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी के परिजनों में निराशा की लहर दौड़ गई। भारत बनाम पाकिस्तान मैच के तारीख की घोषणा होते ही ऐशान्या ने कहा कि हम सुनते थे लोग जल्द गम भूल जाते हैं… लेकिन सिर्फ 3 महीने में… यह बहुत ही शर्मनाक है। हम इसको कभी स्वीकार नहीं करेंगे। ऐसा कैसे हो सकता है कि निर्दोष लोग मारे गए हों और हम सिर्फ 3 महीने में उनकी मौत को भूलकर, उनकी हत्या को भूलकर, पाकिस्तान से मैच खेलने को राजी हो जाएं. यह मेरे लिए शोक का विषय है। इसपर विचार करना चाहिए।

22 अप्रैल को आतंकियों ने दिया था कायरता का परिचय

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के शांतिपूर्ण और सुरम्य इलाके पहलगाम में एक बर्बर आतंकी हमला हुआ, जिसने पूरे भारत को झकझोर दिया। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए और 20 से अधिक घायल हुए। धर्म के आधार पर निर्दोष पर्यटकों को गोली मार देना—यह भारत में धार्मिक असहिष्णुता फैलाने की सुनियोजित साजिश थी। हमला 22 अप्रैल को दोपहर के समय बैसरन वैली में हुआ, जहाँ बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आए थे। 5 आतंकवादी (जिनमें से अधिकतर पाकिस्तान से थे) सेना की वर्दी में आए और पर्यटकों को घेर लिया। उन्होंने पुरुषों से धर्म पूछा, और फिर मुसलमानों को छोड़कर बाकियों को गोली मार दी। इस वीभत्स हमले में 25 पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम पोंनी चालक मारे गए, जिसने अपने यात्रियों की रक्षा करने की कोशिश की थी। आतंकी संगठन TRF (The Resistance Front) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली — यह संगठन पाकिस्तानी आतंकी गुट लश्कर-ए-तैबा का फ्रंट है। हालांकि बाद में उन्होंने जिम्मेदारी से इनकार कर दिया, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने पुष्टि की कि हमले में TRF ही शामिल था।