KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु के तूतीकोरिन में करीब 4,900 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने हाल ही में भारत और ब्रिटेन के बीच संपन्न मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को ऐतिहासिक करार दिया और इसे भारत की वैश्विक विश्वसनीयता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-ब्रिटेन एफटीए से भारतीय उत्पादों को ब्रिटिश बाजार में नई पहचान मिलेगी। अब 99% भारतीय वस्तुओं पर ब्रिटेन में कोई कर नहीं लगेगा, जिससे एमएसएमई, स्टार्टअप्स और युवाओं को बड़ा फायदा होगा। यह समझौता भारत के आत्मविश्वास और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक अहम कदम है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अभियान में मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए स्वदेशी हथियारों ने दुश्मनों के ठिकानों को निशाना बनाकर बड़ी सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि यह अभियान भारत की रक्षा क्षमताओं में आई क्रांतिकारी वृद्धि का प्रमाण है। करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित नया अत्याधुनिक टर्मिनल भवन तूतीकोरिन हवाई अड्डे को 20 लाख यात्रियों को समायोजित करने में सक्षम बनाएगा, जो पहले मात्र तीन लाख थी। इससे दक्षिण भारत के व्यापार और पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की यूनिट 3 और 4 से बिजली निकासी के लिए 550 करोड़ रुपये की अंतर-राज्यीय पारेषण परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना से विश्वसनीय, स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा तमिलनाडु समेत कई राज्यों तक पहुंच सकेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे, बंदरगाह, हवाई अड्डे और राजमार्ग किसी भी राज्य के विकास की रीढ़ हैं। उन्होंने अटल सेतु, सोनमर्ग सुरंग और बोगीबील पुल जैसी परियोजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि इनसे हजारों रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने तमिलनाडु को 3 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित किए, जो पिछली सरकारों की तुलना में तीन गुना से भी ज्यादा है। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु को ग्यारह नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं, जो राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार केंद्र सरकार ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले मत्स्य पालन समुदायों की चिंता की है। इससे मछुआरों को न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण भी मिलेगा।
पीएम मोदी ने तूतीकोरिन के प्रसिद्ध मोती और स्वतंत्रता सेनानियों वीओ चिदंबरम पिल्लई, वीरपांडिया कट्टाबोम्मन और वीरन अझगू मुथुकोन को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह क्षेत्र भारत की आर्थिक और सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि तूतीकोरिन के मोती उन्होंने अमेरिकी उद्योगपति बिल गेट्स को भी उपहार में दिए थे, जिसे उन्होंने बेहद सराहा।
इस कार्यक्रम में तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू, केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरुगन, लोकसभा सांसद कनिमोई, राज्य के वित्त मंत्री थंगम थेनारासु और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। पीएम मोदी को इस दौरान चेन्नई के प्रतिष्ठित वल्लुवर कोट्टम की प्रतिकृति स्मृति चिन्ह स्वरूप भेंट की गई।