डिजिटल डेस्क- अमरोहा जनपद के डिडौली थाना क्षेत्र के गांव पतई खालसा में भीड़तंत्र की तस्वीर एक बार फिर सामने आई है। गांव में ग्रामीणों ने चोर होने के शक में छह युवकों को जमकर पीट दिया। बताया जा रहा है कि युवक पानीपत की रुई फैक्ट्री में मजदूरी करके अपने गांव लौट रहे थे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें न सिर्फ चोर समझकर पीटा बल्कि उनकी कार को नुकसान पहुंचाया। ग्रामीणों की पिटाई से चार युवक लहूलुहान हो गए।
भटक कर पहुंच गए थे गांव
जानकारी के अनुसार इस दौरान उन्होंने अपने मोबाइल पर गूगल मैप खोल रखा था। गूगल मैप के बताए रास्ते पर चल रहे थे। रात को करीब 9:30 बजे गूगल मैप के कारण वह रास्ता भटक गए और डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव पतेई खालसा में पहुंच गए।
पहले पूछताछ की फिर बोला हमला
घटना शुक्रवार रात की बताई जा रही है। सभी युवक संभल जिले के असमोली थाना क्षेत्र के गांव गालमपुर के रहने वाले हैं। ग्रामीणों ने उन्हें रोककर पहले पूछताछ की और फिर शक के आधार पर हमला बोल दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, हाल के दिनों में इलाके में चोरी की घटनाओं के चलते ग्रामीण रात में पहरा दे रहे हैं। इसी दौरान इन मजदूरों को चोर समझ लिया गया।
निजी अस्पताल में हो रहा इलाज
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में सामने आया कि सभी युवक फैक्ट्री मजदूर हैं और किसी अपराध में शामिल नहीं थे। इससे पहले भी क्षेत्र में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जब बेगुनाहों को चोर समझकर निशाना बनाया गया। अब सवाल उठता है – कहीं भीड़तंत्र न्याय से आगे तो नहीं निकल रहा?