लोन धोखाधड़ी में बुरे फंसे अनिल अंबानी, ED ने मारी 50 कंपनियों में रेड, दस्तावेज खंगाल रहे अधिकारी

डिजिटल डेस्क- रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक अनिल धीरूभाई अंबानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए लोन में धोखाधड़ी के चलते बुरे फंसे नजर आ रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल अंबानी की मुंबई स्थित 50 से अधिक कंपनियों में रेड मारी है। अनिल अंबानी की कंपनियों में रेड से उद्योग जगत में हड़कंप मच गया है। ये छापेमारी अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में मुंबई में की जा रही है। जानकारी के अनुसार ये कार्रवाई नेशनल हाउसिंग बैंक, सेबी, नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी (NFRA), बैंक ऑफ बड़ौदा और सीबीआई की दो एफआईआर के आधार पर की गई है।

यस बैंक से 3000 करोड़ के ऋण घोटाले के चलते हुई कार्रवाई

ईडी ने अनिल अंबानी समूह की कंपनियों और ‘यस बैंक’ के खिलाफ 3,000 करोड़ रुपये – अधिक के ऋण ‘घोटाले’ के मामले में छापे मारे हैं। सीबीआई की तरफ से दर्ज दो FIR और नेशनल उजिंग बैंक, सेबी, NFRA और बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कई वित्तीय संस्थानों से मिले इनपुट के बाधार पर कार्रवाई की है। ईडी का दावा है कि सार्वजनिक धन की हेराफेरी के सबूत मिले हैं। साथ ही जांच – पता चला है कि इस प्रक्रिया के दौरान बैंक, शेयर होल्डर्स, निवेशक समेत कइयों को गुमराह किया गया था।

पहले भी जारी हुआ था कारण बताओ नोटिस

हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस को फ्रॉड घोषित किया था। SBI ने कंपनी को दिसंबर 2023, मार्च 2024, और सितंबर 2024 में कारण बताओ नोटिस जारी किए थे। बैंक का कहना है कि कंपनी ने लोन की शर्तों का उल्लंघन किया और अपने खातों में अनियमितताओं की पूरी जानकारी छिपाई। संसद में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने 21 जुलाई को इसकी पुष्टि की थी, जिसके बाद मामला CBI को सौंपा गया।