KNEWS DESK – टीवी और फिल्म इंडस्ट्री की पॉपुलर एक्ट्रेस मन्नारा चोपड़ा ने कुछ हफ्ते पहले अपने पिता रमन राय हांडा को हमेशा के लिए खो दिया था। 16 जून 2025 को 72 वर्ष की उम्र में उनके पिता का निधन हुआ, जिसके बाद मन्नारा ने सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी। अब इस गहरे दुख से उबरने की कोशिश करते हुए मन्नारा ने इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल पोस्ट के साथ वापसी की है और फैंस से मिले प्यार और समर्थन का शुक्रिया अदा किया है।
फोटोशूट के साथ इमोशनल नोट शेयर किया
मन्नारा ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक फोटोशूट की तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें वह आइवरी लहंगे में बेहद खूबसूरत नजर आ रही हैं। इन तस्वीरों के साथ उन्होंने एक गहराई भरा इमोशनल नोट भी लिखा।

उन्होंने लिखा,”जब आप अपनी दुनिया खो चुके हों, तो बहादुर कैसे बनें?” इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पिता ने उन्हें हर मुश्किल परिस्थिति में संभलना सिखाया। “उन्होंने मुझे आगे बढ़ने के लिए पाला – दर्द में शालीनता और उद्देश्य में शक्ति के साथ। फिर से पोस्ट कर रही हूं, इसलिए नहीं कि मैं आगे बढ़ चुकी हूं, बल्कि इसलिए क्योंकि यह मेरा काम है। बैक ऑन द ग्राम।”
सोशल मीडिया पर मिल रहा फैंस का समर्थन
मन्नारा के इस पोस्ट के बाद फैंस और सेलेब्रिटीज ने उन्हें खूब प्यार और समर्थन दिया है। एक यूजर ने कमेंट किया, “आप बहुत स्ट्रॉन्ग हैं मन्नारा।” वहीं, ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ फेम बेबिका धुर्वे ने लिखा, “आप एक अमेजिंग सोल हैं… भगवान आपका भला करे… हिम्मत रखें।”
पहले भी किया था फैंस का धन्यवाद
इससे पहले मन्नारा ने एक नोट शेयर कर सभी का आभार जताया था। उन्होंने लिखा था, “इस मुश्किल समय में आपने मुझे और मेरे परिवार को जो प्यार और समर्थन दिया है, उसके लिए मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूं। अब मैं दिल से ग्रेटिट्यूड के साथ काम फिर से शुरू कर रही हूं।”
मन्नारा की चचेरी बहन और ग्लोबल आइकन प्रियंका चोपड़ा ने भी अपने चाचा के निधन पर इंस्टाग्राम स्टोरीज़ के ज़रिए शोक व्यक्त किया था। उन्होंने लिखा,“आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे। रमन अंकल (फूफाजी) रेस्ट इन पीस, ओम शांति।”
अंतिम विदाई: 16 जून को हुआ था निधन
गौरतलब है कि मन्नारा के पिता रमन राय हांडा का निधन 16 जून 2025 को हुआ था। अभिनेत्री ने यह दुखद समाचार एक स्टोरी के ज़रिए साझा किया था, जिसमें लिखा था, “बेहद दुख और पीड़ा के साथ हम अपने प्यारे पिता के निधन की सूचना दे रहे हैं… वह हमारे परिवार के लिए शक्ति स्तंभ थे।”