संसद के मानसून सत्र में विपक्ष का हंगामा, ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर पीएम से बयान की मांग

KNEWS DESK- संसद का मानसून सत्र जैसे ही सोमवार को शुरू हुआ, राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार को कड़े सवालों के घेरे में ले लिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की मांग की। उन्होंने सरकार पर इंटेलिजेंस फेल्योर, पारदर्शिता की कमी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादित बयान को लेकर भी निशाना साधा।

राज्यसभा में बोलते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि “22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें हमारी सुरक्षाबलों की जानें गईं, लेकिन आज तक उस हमले के आतंकियों को न पकड़ा गया, न मारा गया। जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा खुद चूक की बात स्वीकार कर चुके हैं।”

उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार से पूरी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग करते हुए कहा “CDS और वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने ऑपरेशन को लेकर कुछ खुलासे किए हैं, लेकिन देश के लोगों को अब तक इसकी पूरी जानकारी नहीं दी गई है। हम चाहते हैं कि सरकार संसद में दो दिन की विशेष बहस कराए, जिसमें सुरक्षा, इंटेलिजेंस चूक, और विदेश नीति से जुड़े पहलुओं पर विस्तृत चर्चा हो।”

खरगे ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को भी उठाया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराया। “ट्रंप का यह बयान अपमानजनक है। उन्होंने 24 बार दावा किया कि मैंने सीजफायर करवाया। ऐसे में सरकार को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।”

खरगे के तीखे सवालों पर जवाब देते हुए बीजेपी अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। “आपने नियम 267 के तहत नोटिस दिया था, लेकिन आपने उसमें सिर्फ ऑपरेशन सिंदूर की बात की थी और अब पहलगाम पर भी बोल रहे हैं। हम किसी भी विषय पर चर्चा से नहीं डरते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ ऑपरेशन सिंदूर ऐतिहासिक है और इस पर सभी तथ्य सामने रखे जाएंगे।”

जेपी नड्डा ने कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी द्वारा शोर मचाने पर टोका और कहा “चिल्लाने से कुछ नहीं होगा, शब्दों में ताकत होती है। लोकतंत्र में बहस और संवाद की संस्कृति जरूरी है।”