प्लेन क्रैश की भ्रामक खबरें प्रकाशित करने के चलते पायलट फेडरेशन ने भेजा विदेशी मीडिया को नोटिस

डिजिटल डेस्क- बीते 12 जून को अहमदाबाद से सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले बोइंग ड्रीमलाइनर प्लेन का दुखद हादसा हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 यात्रियों की जलकर मौत हो गई थी। इन मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रमणिकलाल रूपाणी की भी मौत हो गई थी। हादसे के अगले दिन विमान में मौजूद ब्लैक बॉक्स को बरामद कर लिया गया था और उसका परीक्षण कर दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। अहमदाबाद विमान हादसे के बाद विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। इसके बाद विदेशी मीडिया ने हादसे को लेकर गलत रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इन मीडिया रिपोर्ट्स पर पायलट संघ ने आपत्ति जताई है। साथ ही दो संस्थानों को कानूनी नोटिस भेजा है। 

न्यूज एजेंसियों ने की थी गलत रिपोर्टिंग

विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद विदेशी न्यूज एजेंसियों ने गलत रिपोर्टिंग करते हुए पायलट द्वारा इंजन बंद करने की खबर प्रकाशित की थी। द वॉल स्ट्रीट जर्नल और रॉयटर्स ने हादसे की शुरुआती रिपोर्ट सामने आने के बाद अपनी खबरें पब्लिश की थी। इन खबरों में बताया गया कि पायलट ने ही स्विच बंद किया था। जबकि रिपोर्ट में कहा गया था कि रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने पूछा कि ईंधन क्यों बंद कर दिया गया था। दूसरे ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया था। एएआईबी की रिपोर्ट न तो यह बताती है कि स्विच किसने बंद किए और न ही किसी को दोषी ठहराया गया है। हालांकि, वॉल स्ट्रीट जर्नल ने “अमेरिकी अधिकारियों की तरफ से अज्ञात सूत्रों का हवाला देते हुए, यह सुझाव दिया कि कैप्टन ने जानबूझकर फ्यूल स्विच बंद कर दिए थे। यह दावा रॉयटर्स की एक खबर में भी किया गया था, जिसमें कैप्टन की गलती का संकेत दिया गया था।

एफआईपी ने खबरों को बताया निराधार

फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ और ‘रॉयटर्स’ की खबरों को निराधार और अपमानजनक बताया है। एफआईपी ने दोनों समाचार संगठनों से माफी और अपनी खबरों को वापस लेने की मांग की है। आपको बता दें कि भारत के एयरक्राफ्ट एक्‍सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच टेकऑफ के तुरंत बाद ‘रन’ से ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए. कॉकपिट की आवाज रिकॉर्डिंग में एक पायलट को यह पूछते सुना गया कि फ्यूल क्यों बंद किया गया, जिसका जवाब दूसरे पायलट ने दिया कि उसने ऐसा नहीं किया। लेकिन, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं है कि स्विच किसने बदला या इसके लिए कौन जिम्मेदार है।