डिजिटल डेस्क- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा कम बच्चों वाले विद्यालय को अन्य स्कूल में विलयीकरण से हर जगह आक्रोश व्याप्त है। जगह-जगह शिक्षक, बच्चों और अभिभावकों द्वारा प्रदर्शन करते हुए सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में अमरोहा में स्कूल बचाओ अभियान के तहत राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई। प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर से हिमायुनगर तक निकाली गई पदयात्रा में उन्होंने स्कूली बच्चों और अभिभावकों से मुलाकात की। सांसद संजय सिंह ने स्कूल के बाहर बैठकर बच्चों से संवाद किया और कहा, “शिक्षा शेरनी का वो दूध है जो जितना पिएगा उतना दहाड़ेगा।” उन्होंने एलान किया कि स्कूलों की हालत सुधारने के लिए वे सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे और आगामी संसद सत्र में इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएंगे।
सड़क से लेकर संसद तक इन बच्चों के लिए लड़ूंगा
इस दौरान सांसद संजय सिंह ने स्पष्ट संदेश दिया कि मैं सड़क से लेकर संसद तक इन बच्चों के लिए लड़ूंगा। बच्चों और स्कूलों के लिए आवाज उठाने के चलते स्थानीय लोगों ने सांसद की इस पहल की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। संजय सिंह का यह कदम स्कूलों की दुर्दशा के खिलाफ एक बड़े जनआंदोलन की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।

सभी लोगों की मंशा है कि स्कूल न हो बंद- संजय सिंह
मीडिया से बात करते हुए सांसद संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने पूरे उत्तर प्रदेश में स्कूल बचाओ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत मैं प्रदेश के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों और उनके अभिभावकों से मिल रहा हूँ। इस दौरान अभिभावक एक ही मांग कर रहे हैं कि किसी भी कीमत पर स्कूलों को बंद नहीं होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि जहां बच्चे पढ़ रहे थे वहां से स्कूलों को मर्ज करते हुए 3 किमी दूर स्कूल कर दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं सरकार से हाथ जोड़कर निवेदन कर रहा हूँ कि बच्चों का भविष्य खराब मत कीजिए और स्कूलों को उनसे दूर मत कीजिए।