KNEWS DESK- दिल्ली स्थित मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज़ (MAIDS) में अब मरीजों को दांतों की जांच के लिए लंबी कतारों में इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। यहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित अत्याधुनिक स्कैनो एयर मशीन की सुविधा शुरू की गई है, जिसकी मदद से मरीज सिर्फ दो मिनट में अपने दांतों की स्थिति जान सकेंगे। यह देश के किसी सरकारी अस्पताल में पहली बार हो रहा है जब इस तरह की अत्याधुनिक तकनीक से दंत रोगों की जांच की सुविधा मिल रही है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बुधवार को इस नई पहल का उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि यह सुविधा फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है, लेकिन भविष्य में इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। सीएसआर फंड के तहत तीन स्कैनो एयर मशीनें इंस्टॉल की गई हैं।
इस तकनीक की सबसे खास बात यह है कि जांच के बाद स्वचालित हेल्थ स्क्रीनिंग रिपोर्ट तैयार होती है, जो सीधे मरीज के व्हाट्सएप नंबर पर भेजी जाती है। मरीज को सिर्फ मशीन के सामने खड़े होकर कुछ बुनियादी जानकारी—नाम, उम्र, लिंग और मोबाइल नंबर—देनी होती है। उसके बाद मशीन तीन चरणों में फ्रंट, नीचे और ऊपर के दांतों की स्कैनिंग करती है।
कंप्रिहेंसिव डेंटिस्ट्री विभाग के प्रमुख प्रो. डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि रिपोर्ट में न सिर्फ मौजूदा दांतों की स्थिति का विवरण मिलेगा, बल्कि ये भी बताया जाएगा कि आगामी छह महीनों में दांतों की स्थिति कैसी हो सकती है। इससे मरीज समय से डॉक्टर से परामर्श लेकर इलाज शुरू कर सकेंगे।
डॉक्टरों के अनुसार, आने वाले डेढ़ महीने में इसी तकनीक से प्री-ओरल कैंसर की जांच की सुविधा भी उपलब्ध हो जाएगी। इसके अलावा, एक्स-रे रिपोर्ट्स का AI आधारित मूल्यांकन भी इस सिस्टम से किया जा सकेगा।
जांच प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए इसमें AI आधारित रोबोट ‘नावी’ की मदद ली गई है। यह रोबोट मरीजों को हिंदी और अंग्रेजी में निर्देश देगा कि उन्हें क्या करना है। नावी पूरे जांच के दौरान मरीज का मार्गदर्शन करेगा, जिससे बिना किसी कर्मचारी की मदद के भी जांच संभव हो सकेगी।
डॉ. श्रेया ने बताया कि इस तकनीक से अस्पताल की ओपीडी में मरीजों का लोड कम होगा, क्योंकि डॉक्टरों को सीधे सटीक रिपोर्ट मिलेगी और इलाज जल्दी शुरू किया जा सकेगा। इसके अलावा, मरीज घर बैठे भी स्कैनो ऐप डाउनलोड कर सेल्फ-स्क्रीनिंग कर सकते हैं।