सावन का पहला सोमवार कल, पुलिस के सामने लाखों की भीड़ नियंत्रित करने की है बड़ी चुनौती

डिजिटल डेस्क- श्रावण मास का प्रथम सोमवार कल से शुरू हो रहा है। ऐसे में कानपुर के शिवालयों में भारी भीड़ उमड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। भीड़ को प्रबंधित करना और श्रद्धालुओं को दर्शन कराना प्रशासन के लिए टेड़ी खीर साबित हो सकता है। कानपुर के परमट घाट पर सावन के पहले ही दिन गंगा में डूबकर एक श्रद्धालु की मौत के बाद प्रशासन की तैयारियों का अंदाजा लगाया जा सकता है। सावन शुरू होने से पहले प्रशासनिकअमले ने बैठक कर गंगा के किनारे बने घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ते दावे किए थे, मगर परमट स्थित घाट पर एक युवक की डूब कर मौत हो गई जिसके बाद भी प्रशासन ने घाटों पर कोई इंतजाम नहीं कर और किए गए दावों की पोल खुल गई।

K NEWS INDIA ने खोली थी दावों की पोल

K NEWS INDIA ने सावन के पहले ही दिन गंगा में डूबे युवक की खबर को प्रमुखता से चलाकर प्रशासन के दावों की पोल खोल दी थी, जिसके बाद उच्चाधिकारियों ने खबर का संज्ञान लिया और खबर का असर यह हुआ कि सावन के पहले सोमवार से पहले परमट घाट पर बैरिकेडिंग लगा दी गई। ग्रीन कलर की जाल से घाट को कर कर दिया गया साथ ही पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी गई। लगातार सीसीटीवी कैमरा से निगरानी भी की जाने लगी।

गंगा किनारे जाने पर लगा पूर्ण प्रतिबंध

आपको बता दें मिनी काशी कहे जाने वाले आनंदेश्वर मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं और गंगा के किनारे गंगाजल से बाबा का जलाभिषेक करते हैं मगर इस बार प्रशासन ने गंगा के किनारे जाने पर पूर्णत प्रतिबंध लगा दिया है। जानकारी के मुताबिक घाटों पर इस बार पुलिस का सख्त पहरा रहने वाला है। घाटों की तरफ जाने वाले रास्ते को बांस और बैरिकेटिंग लगाकर रोक दिया गया है। इसके साथ ही बैरिकेटिंग के पास पुलिस और नागरिक स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता तैनात रहेंगे जो श्रद्धालुओं को गंगा की तरफ जाने से रोकेंगे।