डिजिटल डेस्क- बीते दिनों गुरूग्राम में हुई राधिका यादव हत्याकांड में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बेटी की हत्या के आरोपी पिता ने अपने बड़े भाई विजय यादव से अपनी बेटी की हत्या की बात स्वीकार करते हुए आत्मग्लानि महसूस की। राधिका यादव के ताऊ विजय यादव का हत्याकांड के बाद बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि जब उन्हें राधिका की हत्या के बारे में पता चला था वह उसके घर पर पहुंचे थे और आरोपी पिता यानी दीपक उस वक्त घर पर ही मौजूद था। ताऊ ने बताया कि जब उन्होंने राधिका के पिता से बात की और पूछा कि ऐसा क्यों किया तो उसने बस इतना कहा था कि उससे कन्या वध हो गया है। इस दौरान आरोपी पिता ने फांसी की मांग की थी।
मुझे फांसी दो….
राधिका यादव के ताऊ विजय यादव ने बताया कि दीपक ने इस बात को स्वीकार कर लिया था कि उससे बहुत बड़ी गलती हुई है। दीपक बार-बार कह रहा था कि मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई, कन्या वध हो गया है। आरोपी दीपक इस दौरान यह भी कह रहा था कि उसे इस अपराध के लिए फांसी दी जाए। लेकिन, इस दौरान उसने एक भी बार इस बात का जिक्र नहीं किया कि आखिर उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया है।
बेटी की कमाई खाने का ताना मारते थे लोग
राधिका के पिता दीपक यादव ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया था कि लोग उन्हें बेटी की कमाई खाने का ताना मारते थे जिसकी वजह से काफी परेशान रहता था। उसने बेटी को अपनी ट्रेनिंग एकेडमी बंद करने के लिए भी कहा था, लेकिन बेटी नहीं मानी। इस वजह से वह परेशान रहने लगा था। जानकारी के मुताबिक हत्या से तीन दिन पहले तक दोनों का झगड़ा भी चलता रहा। इसके बाद गुरुवार की सुबह 10.30 बजे जब राधिका किचन में खाना बना रही थी, तभी पिता ने पीछे से उस पर गोली चला दी और उसकी हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक तीन गोली राधिका की पीठ पर लगी जबकि एक कंधे पर लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।