KNEWS DESK- आज के समय में डायबिटीज (शुगर) एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह दिल की बीमारियों के बाद सबसे तेजी से फैलने वाली बीमारी है। यह बीमारी अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।

SAAOL हार्ट सेंटर के कार्डियो एक्सपर्ट डॉ. बिमल छाजेर बताते हैं कि टाइप-1 डायबिटीज आमतौर पर बच्चों में पाई जाती है। जबकि टाइप-2 डायबिटीज वयस्कों में ज्यादा देखी जाती है।
शुगर कंट्रोल के लिए डाइट में शामिल करें ब्रोकली
डॉ. छाजेर के अनुसार, ब्रोकली एक ऐसी सब्जी है जो शुगर को नियंत्रित करने में बेहद कारगर साबित होती है। अगर इसे नियमित रूप से डाइट में शामिल किया जाए, तो ब्लड शुगर लेवल को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
क्यों फायदेमंद है ब्रोकली?
ब्रोकली के पत्ते और डंठल दोनों खाने योग्य होते हैं। इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और फाइटोकेमिकल्स भरपूर मात्रा में होते हैं। ये फाइटोकेमिकल्स शरीर में दवा की तरह काम करते हैं और रोगों से बचाव करते हैं।
डायबिटीज में ब्रोकली क्यों खाएं?
ब्रोकली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम (लगभग 10) होता है। इसे खाने से शुगर स्पाइक नहीं होता, यानी ब्लड शुगर का स्तर तेजी से नहीं बढ़ता। यह अन्य खाद्य पदार्थों से आने वाले शुगर स्पाइक को भी बैलेंस करने में मदद करती है। ब्रोकली को अन्य हरी सब्जियों के साथ मिलाकर खाने से पोषण और भी बढ़ जाता है।
ब्रोकली के अन्य स्वास्थ्य लाभ
ब्रोकली में होता है फाइबर, जो पाचन तंत्र को मजबूत करता है। इसमें मौजूद इनसोल्युबल फाइबर ग्लूकोज स्तर को नियंत्रित करता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर की सूजन को कम करते हैं। ब्रोकली वजन घटाने में भी सहायक है। यह गट हेल्थ को बेहतर बनाती है और गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है। अगर आप डायबिटीज से बचना या उसे नियंत्रित करना चाहते हैं, तो ब्रोकली को अपनी डेली डाइट में जरूर शामिल करें। यह एक प्राकृतिक औषधि की तरह काम करती है और कई बीमारियों से बचाव में मदद करती है।