UP Roadways Bharti 2025: महिलाओं के लिए सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका, 3200 महिला परिचालकों की होगी भर्ती

KNEWS DESK-  उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए रोजगार के क्षेत्र में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (UP Roadways) में संविदा के आधार पर 3200 महिला परिचालकों की भर्ती की जाएगी।

इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और सार्वजनिक परिवहन में उनकी भागीदारी बढ़ाना है। परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने इस पहल की घोषणा करते हुए बताया कि कुल 5000 पदों पर महिला परिचालकों की भर्ती की योजना है, जिसमें से पहले चरण में 1800 पदों पर नियुक्ति पूरी हो चुकी है।

महिला उम्मीदवारों के लिए निम्नलिखित पात्रता आवश्यक है:

  • 12वीं पास (किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से)

  • CCC (कोर्स ऑन कंप्यूटर कॉन्सेप्ट्स) सर्टिफिकेट अनिवार्य

  • NCC ‘B’ सर्टिफिकेट, NSS, भारत स्काउट गाइड राज्य/राष्ट्रपति पुरस्कार पाने वालों को 5% अतिरिक्त वेटेज

  • राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन या UP स्किल डेवलपमेंट मिशन से जुड़ी महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी

चयन पूरी तरह से शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मेरिट के जरिए किया जाएगा। किसी प्रकार की लिखित परीक्षा या इंटरव्यू का प्रावधान नहीं है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि चयनित महिला परिचालकों की तैनाती उनके गृह जनपद के डिपो में ही की जाएगी, जिससे उन्हें पारिवारिक और सामाजिक संतुलन बनाए रखने में सुविधा हो।

इन महिला परिचालक पदों के लिए रोजगार मेलों का आयोजन प्रदेश के अलग-अलग जिलों में किया जाएगा। इन मेलों के माध्यम से ही भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

रोजगार मेला शेड्यूल:

18 जुलाई – गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली, अयोध्या, वाराणसी
 22 जुलाई – मेरठ, इटावा, हरदोई, देवीपाटन, आजमगढ़
 25 जुलाई – नोएडा, आगरा, मुरादाबाद, लखनऊ, गोरखपुर, सहारनपुर, झांसी, कानपुर, चित्रकूटधाम, बांदा, प्रयागराज

रोजगार मेले में शामिल होने वाली महिला अभ्यर्थियों को निम्नलिखित दस्तावेज साथ लाने होंगे:

  • 12वीं की मार्कशीट और प्रमाणपत्र

  • CCC सर्टिफिकेट

  • आधार कार्ड या पैन कार्ड (फोटो ID के लिए)

  • पासपोर्ट साइज की फोटो

  • यदि उपलब्ध हों, तो NSS/NCC/स्काउट गाइड या अन्य प्रमाण पत्र

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा, “यह पहल न केवल महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराएगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी। सार्वजनिक परिवहन जैसे पुरुष प्रधान क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगी।”

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