मनरेगा योजना में चल रहा था लाखों रुपयों का फर्जीवाड़े का खेल, ग्रामीणों ने बताई हकीकत

सिद्धार्थ द्विवेदी-  हमीरपुर जनपद में मनरेगा योजनाओं के नाम पर लाखों रुपयों के भ्रष्टाचार का खेल आया सामने आया है, जहां उचित दर की दुकान एवं जन सुविधा केंद्र के नाम पर हो रहा निर्माण कार्य पूरा होने से पहले ही क्षतिग्रस्त हो गया। इस निर्माणधीन भवन की दीवारों में बड़ी–बड़ी दरकाने आ गई तो कहीं खड़ंजा निर्माण के नाम पर सरकार को लाखों रुपयों की चपत लगाई गई। ग्रामीणों ने लापरवाही और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए संबंधित ठेकेदार और निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारियों पर लगाए। ग्रामीणों ने फर्जी तरीके से फोटो खिंचवा कर NMMS के पोर्टल पर अपलोड करने के भी आरोप लगाएं हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पोर्टल में चल रहा कार्य हकीकत में कई दिनों से ठप्प पड़ा है और विकास के नाम पर सरकारी योजनाओं को जनपद में लगाया जा रहा पलीता लगाया जा रहा है।

छतिग्रस्त दीवारें

कार्य पूरा होने से पहले ही छतिग्रस्त हो गया

हमीरपुर जनपद के कुरारा विकास खंड के डामर गांव में उचित दर की दुकान एवं जन सुविधा केंद्र के नाम पर हो रहे नवनिर्माण कार्य पूरा होने से पहले ही क्षतिग्रस्त हो गया। निर्माण कार्य की दीवारें टूटने लगी तो वहीं ऐसा ही कुछ रिठारी ग्राम पंचायत में भी देखने को मिला, जहां खड़ंजा व नाली निर्माण कार्य किया जा रहा था जो जगदीश अहिरवार के घर से भागीरथ के घर तक किया जाना था उसमें भी जमकर भ्रष्टाचार किया गया। रिठारी ग्राम निवासी भगीरथ ने बताया कि नाली की पटिया बनाने के उनसे सरिया मांगी गई और खड़ंजा व नाली निर्माण कार्य घटिया तरीके से किया जा रहा।

जानकारी देती ग्रामीण प्रेमा

फर्जी तरीके से पोर्टल पर अपलोड की जा रही फोटो

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि दोनों ही गांवों में फर्जी तरीके से पोर्टल पर मजदूरों की फोटो अपलोड की गई है, जब की दोनों गांवों में ग्रामीणों ने बताया कि हकीकत में दोनों ही जगह कोई कार्य वर्तमान समय में नहीं चल रहा। साथ ही फर्जी तरीके से मजदूरों की NMMS के पोर्टल पर तस्वीरें अपलोड कर दी जाती है और बाद में इन्हीं फोटो को दिखा कर भुगतान करा लिया जाता है,वहीं रिठारी गांव के पंचायत मित्र ने बताया कि मस्टररोल में कुछ समय लगता है इसलिए 1 दिन पुरानी फोटो अपलोड कर दी जाती है थोड़ा एडजस्ट करना पड़ता है।