शिक्षा के निजीकरण और प्राथमिक विद्यालयों को बंद किए जाने के विरोध में आप ने हल्ला बोला, सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी

डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 50 बच्चों से कम उपस्थिति वाले प्राथमिक विद्यालयों को बंद किए जाने के आदेश के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्कूलों को बंद किए जाने और शिक्षा के निजीकरण को लेकर आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर, धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष सोमेंद्र ढाका ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार शिक्षा को लेकर जहां स्कूल चलो अभियान समेत विभिन्न तरह के कार्यक्रम चला रही है, वहीं, दूसरी ओर प्राथमिक विद्यालयों में 50 बच्चों से कम होने पर उन्हें बंद करने की घोषणा कर रही है। बागपत में 135 स्कूल ऐसे हैं जिसमें छात्रों की संख्या कम है और उन्हें बंद करने पर विचार किया जा रहा है। जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धरना प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार द्वारा इस आदेश को वापस नहीं लिया गया तो वह आमरण अनशन और उग्र प्रदर्शन करेंगे।

इन जिलों में इतने स्कूल हो सकते हैं बंद

जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार ने जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या 50 से कम है, उन स्कूलों को बंद करने और मर्ज करने का फैसला किया है। सरकार की तरफ से ये फैसला आते ही राजनीतिक दलों ने सक्रिय होकर सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। जानकारी के मुताबिक सरकार के इस फैसले के बाद आजमगढ़ के 550 स्कूल, हरदोई के 140, जौनपुर के 500, हमीरपुर के 226, मऊ के 300, लखनऊ के 445, प्रयागराज के 233 स्कूलों पर ताला लग सकता है। हालांकि इन आंकड़ों की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है।