KNEWS DESK- चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में जहां एक ओर पुलिस ने अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं दूसरी ओर मामले की मुख्य पात्रों में से एक सोनम का नार्को टेस्ट अब नहीं किया जाएगा।
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने पुलिस से सोनम और उसके प्रेमी राज का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी, लेकिन जांच कर रही SIT (विशेष जांच टीम) ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया है।
मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम और राज दोनों ने अपने प्रेम संबंध स्वीकार कर लिए हैं, और क्राइम सीन को दोबारा रीकंस्ट्रक्ट करने के बाद पुलिस को पूरा घटनाक्रम समझ में आ चुका है।
SIT का कहना है कि “हमारे पास आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। नार्को टेस्ट की कोई आवश्यकता नहीं है।” पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार नार्को टेस्ट केवल आरोपियों की सहमति से ही किया जा सकता है, और वह भी सीमित परिस्थितियों में। इसके अलावा, ऐसे टेस्ट को अदालत में ठोस सबूत की तरह नहीं माना जाता।
राजा रघुवंशी के परिवार का आरोप है कि सोनम और राज की भूमिका संदिग्ध है, और बिना नार्को टेस्ट के सच बाहर नहीं आ पाएगा। पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस सोनम को बचाने की कोशिश कर रही है, जबकि वह इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता हो सकती है। पुलिस का यह भी कहना है कि उन्होंने घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच, फोन कॉल डिटेल्स, और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर पूरा केस लगभग सुलझा लिया है। SIT सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही चार्जशीट दायर की जाएगी।
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