शाहजहांपुरः नकली नोटों के सौदागर चढ़े पुलिस के हत्थे, 4.61 लाख की नकली करेंसी हुई बरामद

डिजिटल डेस्क-  शाहजहांपुर के थाना कोतवाली पुलिस ने नकली करेंसी तस्करी का खुलासा करते हुए तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 4 लाख 61 हजार रुपये के नकली नोट, एक ब्रेजा कार, एक मोटरसाइकिल, लैमिनेशन मशीन, लैपटॉप, दो प्रिंटर और नोट छापने से संबंधित सामग्री बरामद हुई है। गिरफ्तार आरोपियों में मुरादाबाद, उधम सिंह नगर (उत्तराखंड) और शाहजहांपुर के निवासी शामिल हैं। पुलिस ने बरही हाईवे से उमरगंज की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते से इन तीनों को पकड़ा। बरामद नकली करेंसी में 500 रुपये के 840 नोट, 100 रुपये के 370 नोट, 50 रुपये के 64 नोट और 20 रुपये के 40 नोट शामिल हैं।

ली थी नकली नोट छापने की ट्रेनिंग

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लॉकडाउन के समय एक व्यक्ति ने उन्हें नकली नोट छापने की ट्रेनिंग दी थी। इसके बाद वे अलग-अलग जिलों में नकली नोटों को असली बताकर कारोबारियों और आम लोगों को निशाना बनाकर उन्हें ठगते थे। वे नकली नोट ब्रोकरों को 20 प्रतिशत कमीशन पर देते थे।

आरोपियों के पास से बरामद हुए उपकरण

गिरफ्तार आरोपियों में एक, डॉ. नफीस अहमद, के खिलाफ पहले से कई जिलों में नकली नोटों और धोखाधड़ी से संबंधित गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है। कार्रवाई करने वाली टीम में थाना प्रभारी अश्वनी कुमार सिंह सहित सात सदस्यीय पुलिस टीम शामिल रही।

अब तक खपा चुके 15 लाख की नकली करेंसी

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उनको नकली नोट बनाना आ गए थे। उसके बाद उसने नकली नोट बनाकर अलग अलग लोगों से संपर्क कर उनको कमीशन पर नोट चलाने की जिम्मेदारी दी गई थी। उत्तराखंड के रहने वाले पंकज और शाहजहांपुर के रहने वाले निखिल को तीस प्रतिशत कमीशन पर नकली नोट देते थे। वह यहां किराए पर कमरा लेने की फिराक में थे। मुख्य आरोपी नफीस ने बताया- वह अब तक 15 लाख रुपये कीमत के नकली नोट नोएडा और अमरोहा में चला चुके हैं।