डिजिटल डेस्क- ईरान और इजरायल के मध्य चल रहे युद्ध में आखिरकार अमेरिका की एंट्री हो ही गई। पूर्व में अमेरिका ने शांति और युद्ध विराम के लिए ईरान को कड़ी चेतावनियां भी जारी की थीं, परंतु ईरान ने अमेरिका की इस चेतावनी को नजरअंदाज कर खुद अमेरिका की आलोचना करते हुए अमेरिका को इस मामले से दूर रहने की बात कही थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दोनों देशों के मध्य चल रहे युद्ध में अमेरिका ने इजरायल का साथ देते हुए ईरान पर हमला कर दिया है। अमेरिका द्वारा ईरान के कई परमाणु केन्द्रों पर भारी बमबाजी करते हुए तबाही मचाई गई है। अमेरिका ने रविवार को ईरान पर हमला किया और ईरान के तीन परमाणु स्थलों को निशाना बनाया। इसकी पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी समयानुसार रात 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
ईरान के फोर्डो, नतांज और एस्फाहान परमाणु केंद्रों पर किया हमला
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान पर किए हमले की जानकारी स्वयं दी। अमरेकी राष्ट्रपति ने पोस्ट करते हुए बताया कि हमने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है, जिसमें फोर्डो, नतांज और एस्फाहान शामिल हैं। सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं। प्राथमिक स्थल, फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया।
इजरायल का साथ देने के लिए इजरायल के पीएम ने बोला थैंक्स
अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भी बयान आया है। नेतन्याहू ने कहाकि अमेरिका ने इतिहास बना दिया। कोई और देश ऐसा कर भी नहीं सकता। उन्होंने ट्रंप को शुक्रिया भी कहा है। आपको बताते चलें कि मेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के लिए मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया है। उसने 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागी हैं।
आगे और बड़े हमलों के लिए रहना होगा तैयार
ट्रंप ने दो टूक शब्दों में ईरान को चेतावनी दी है कि अगर देश में शांति स्थापित नहीं हुई तो ईरान को आगे और भी बड़े हमलों के लिए तैयार रहना होगा। हालांकि ईरान ने भी इस हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताते हुए परमाणु कार्यक्रम जारी रखने की बात कही है।