योग सभी का है, योग सभी के लिए है…. पीएम मोदी

डिजिटल डेस्क- अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को पूरी भारत समेत पूरी दुनिया में बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। भारत के सभी वर्ग के लोग इस योग दिवस पर पूरी तन्मयता के साथ भागीदारी करते हुए स्वस्थ शरीर के निर्माण का प्रयास कर रहे हैं। योग दिवस पर देशभर में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस पर अपने संबोधन में योग के महत्व के बारे में समझाया।

योग सभी का है, सभी के लिए है….

योग दिवस के मौके पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरा विश्व से अनुरोध है कि इस योग दिवस को मानवता के लिए योग 2.0 की शुरुआत के रूप में मनाया जाए, जहां आंतरिक शांति वैश्विक नीति बन जाए, योग हमें विश्व के साथ एकता की ओर ले जाता है। योग सभी के लिए सीमाओं, पृष्ठभूमि, उम्र या क्षमता से परे है। पीएम ने यह भी कहा कि योग एक महान व्यक्तिगत अनुशासन है, यह एक ऐसी प्रणाली भी है जो लोगों को मैं से हम की ओर ले जाती है और यह मानवता को सांस लेने, संतुलन बनाने और फिर से संपूर्ण बनने के लिए आवश्यक विराम बटन है। स्वयंसेवकों के साथ भी पीएम मोदी ने बाद में योगा किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने पोस्ट कर कहा, योग सिर्फ एक एक्सरसाइज नहीं है। पीएम ने योग को जीवन का एक तरीका बताया।

योग के अलग-अलग आयाम हैं- सीएम योगी

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हजारों लोगों के साथ गोरखपुर में सामूहिक योग किया। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि धनोपार्जन से लोक कल्याण हो, कामनाओं की पूर्ति हो या फिर मुक्ति का मार्ग, इन सबके लिए स्वस्थ शरीर ही माध्यम है। उन्होंने कहा कि धर्म पालन का साधन बनाने और चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति के लिए शरीर को स्वस्थ रखने का कार्य योग से होता है। इसी योग को भारती ने लोक कल्याण का माध्यम बनाया और फिर इसके जरिये विश्व कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज योग के अलग-अलग आयाम देखने को मिलते हैं। भारतीय मनीषा ने योग के माध्यम से चेतना के उच्च आयाम से दुनिया को अवगत कराया। व्यक्तित्व विकास से लेकर ब्रह्मांड के रहस्यों को उद्घाटित करने तक योग के समृद्ध ज्ञान को विरासत के रूप में वेदों, उपनिषदों, पुराणों, स्मृतियों और शास्त्रों में प्रस्तुत किया।