रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे 1 करोड़, 27 दिनों तक रखा डिजिटल अरेस्ट

डिजिटल अरेस्ट- नोएडा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट में फंसा कर 1 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई। आरोपियों ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताकर पीड़ित को झांसे में लिया और उन्हें 27 दिनों तक लगातार वीडियो कॉल पर रखा। जेवर निवासी 59 वर्षीय मिश्री लाल भारतीय वायु सेना के पूर्व अधिकारी हैं। उन्हें 17 मई को अनजान नंबर से एक कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को ट्राई से बताया और उनके नाम से जारी एक नंबर के संबंध में शिकायत होने की बात कही।

जेल भेजने का दिखाया डर

मिश्री लाल को बताया गया कि उनके आधार की मदद से लिया गया एक नंबर मनी लॉन्ड्रिंग केस में मिला है। इसके बाद उनकी कॉल को पुलिस को ट्रांसफर की गई, जहां कुछ पुलिसकर्मियों ने कॉल पर उनसे पूछताछ की। आरोपियों ने मिश्री लाल को वीडियो कॉल पर लेकर डिजिटल अरेस्ट किया और उन्हें जेल भेजने का डर दिखाया। मिश्री लाल को एक कमरे में खुद को बंद करने के लिए कहा गया, जहां वे 27 दिनों तक लगातार वीडियो कॉल पर रहे। इस दौरान आरोपियों ने उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस के कई नोटिस भेजकर डराया और अकाउंट की जांच के नाम पर रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा। मिश्री लाल ने आरोपियों की बात मानते हुए 1 करोड़ 2 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। मिश्री लाल ने जब ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और ठगी की रकम को फ्रीज करने के लिए बैंकों को पत्र भेजा। नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने हाल ही में दिल्ली से एक ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने एक महिला के साथ डिजिटल अरेस्ट कर 14 लाख रुपये की ठगी की थी।

अगर आये ऐसे कॉल तो घबराएं नहीं बल्कि पुलिस की मदद लें

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कोई भी जांच एजेंसी इस तरह पूछताछ नहीं करती। अगर कोई पुलिसकर्मी बनकर कॉल करे और आपको हवाला या धन शोधन केस में फंसाने की धमकी दे तो घबराएं नहीं और तुरंत पुलिस को सूचना दें। इसके अलावा अनजान व्यक्ति से बैंक खाता, आधार नंबर, पेन आदि अन्य जानकारी साझा न करें।