डिजिटल डेस्क- बीते दिनों अहमदाबाद के वल्लभ भाई पटेल एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले एअर इंडिया का ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हो गया था। इस हादसे में प्लेन में सवार 242 में से 241 लोगों ने दम तोड़ दिया था, वहीं यह प्लेन जिस जगह क्रैश हुआ था वहां निवासित डॉक्टरों को भी काफी नुकसान हुआ था। इस हादसे के बाद एअर इंडिया की समस्त फ्लाइट की जांच के आदेश दिये गए थे, वहीं इस हादसे के बाद एअर इंडिया की टिकटों में भारी गिरावट आई थी। इस हादसे के बाद एअर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने माफी मांगते हुए हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया और परिजनों के साथ सहानुभुति दिखाते हुए उनके साथ खड़े रहने की बात कही।
क्या कहा चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने?
एअर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि मुझे बेहद अफसोस है कि यह दुर्घटना टाटा द्वारा संचालित एयरलाइन में हुई। और इसका मुझे बहुत दुख है। हम इस समय केवल इतना कर सकते हैं कि हम परिवारों के साथ रहें, उनके दुख में साथ दें। हम इस समय और उसके बाद भी उनका समर्थन करने के लिए सब कुछ करेंगे।
हादसे के कारण पर बोले चंद्रशेखरन
विमान हादसे के कारण पर चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि इस मामले पर अभी कुछ टिप्पणी नहीं कर सकते। जांच पूरी होने तक का इंतजार करना होगा। उन्होंने कहा कि जांच ब्यूरो ने इस विमान दुर्घटना की जांच शुरू कर दी हैं। सरकार ने इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया है। जिससे अहमदाबाद विमान हादसे के कारणों का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके। इसके आगे चंद्रशेखरन ने कहा कि इस दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट आने में एक महीने का समय लग सकता है। उन्होंने आगे कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान AI171 का इतिहास साफ-सुथरा था। अभी तक इस विमान को लेकर कोई दुर्घटना सामने नहीं आई है। उन्होंने इसके इंजन की बात करते हुए कहा कि इस विमान का दायां इंजन बिल्कुल नया था, जिसे मार्च 2025 में लगाया गया था। बायां इंजन की सर्विस आखिरी बार 2023 में की गई थी। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 में इसकी अगली रखरखाव की जांच होनी थी. परंतु उससे पहले ही यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
दोनों पायलट अनुभवी थे- चंद्रशेखरन
चंद्रशेखरन ने कहा कि दोनों पायलट काफी अनुभवी थे। कैप्टन सभरवाल के पास 11,500 घंटे से ज्यादा उड़ान का अनुभव था। कुंदर जो कि फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव थे, उनके पास 3400 घंटे से ज़्यादा उड़ान का अनुभव था। उन्होंने कहा कि मैंने उनके सहकर्मियों से जो सुना है वह यह है कि वे बेहतरीन पायलट थे। इसलिए इस दुर्घटना को लेकर हम जल्दबाजी नहीं कर सकते और न ही अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे सभी विशेषज्ञों ने बताया है कि विमान में मिले ब्लैक बॉक्स और रिकॉर्डर निश्चित रूप इस दुर्घटना की कहानी बताएंगे।