KNEWS DESK- इंदौर से मेघालय हनीमून पर गए राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम के रहस्यमय लापता होने के मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। मावलाखियात के एक लोकल टूरिस्ट गाइड के बयान ने इस केस को और रहस्यमयी बना दिया है। गाइड ने दावा किया है कि राजा और सोनम तीन अन्य लोगों के साथ ट्रेकिंग पर निकले थे, जो अब तक जांच के दायरे से बाहर थे।
स्थानीय गाइड के अनुसार, कपल 3,000 सीढ़ियों की ट्रेकिंग पर था और उनके साथ तीन और लोग भी थे। सभी आपस में हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन चूंकि गाइड केवल खासी और अंग्रेज़ी भाषा समझता है, इसलिए वह बातचीत की गहराई को नहीं समझ पाया। खासी भाषा मेघालय में बोली जाने वाली एक ऑस्ट्रो-एशियाई भाषा है।
गाइड के इस बयान ने मामले को एकदम नया मोड़ दे दिया है। अब सवाल उठ रहा है — ये तीन लोग कौन थे? क्या उनका राजा और सोनम से कोई पुराना नाता था? या फिर वे अजनबी थे जो ट्रेकिंग के दौरान साथ जुड़े?
बीते 2 जून, शिलांग के एक प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन के पास 200 फीट गहरी खाई में एक पेड़ पर राजा रघुवंशी का शव मिला था। प्रारंभिक तौर पर इसे दुर्घटना माना गया, लेकिन सोनम के अब तक लापता रहने और अब तीन अनजान लोगों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद हत्या या साज़िश की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
सोनम के परिवार ने स्थानीय प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस सोनम को पहले से ही मृत मानकर तलाशी अभियान चला रही है, जबकि परिवार को पूरा विश्वास है कि वह जिंदा है और किसी तरह की साजिश में फंसी है। परिजनों का यह भी कहना है कि यदि गाइड की बात सही है, तो प्रशासन को अब इन तीन अनजान लोगों की तलाश करनी चाहिए।
परिवार और स्थानीय सामाजिक संगठनों ने अब सीबीआई या एनआईए जांच की मांग उठानी शुरू कर दी है। इस केस में एक के बाद एक खुलासों ने मेघालय और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों के प्रशासन को अलर्ट मोड पर ला दिया है। स्थानीय पुलिस अब गाइड की मदद से तीन अनजान लोगों की पहचान करने में जुटी है। ट्रेकिंग रूट के CCTV फुटेज, मोबाइल लोकेशन डाटा और ड्रोन सर्वे के जरिए नए सुराग ढूंढे जा रहे हैं। सोनम के परिवार को उम्मीद है कि वह जल्द सकुशल वापस मिलेगी।
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