डिजिटल डेस्क- बसपा के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद पर सांसद चंद्रशेखर रावण पर टिप्पणी करने के मामले में बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सांसद चंद्रशेखर रावण पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए मायावती ने किसी का नाम लिये बिना बरसाती मेढ़क बताया है। मायावती के इस पोस्ट के बाद सियासत में हलचल तेज हो गई है। आकाश आनंद को लेकर कसे तंज पर पलटवार करते हुए कहा कि बसपा को कमजोर करने वाले संगठन और दल बरसाती मेंढक की तरह हैं, जो विधायक, सांसद या मंत्री क्यों ना बन जाएं, इनसे समाज का कुछ भला होने वाला नहीं है।

क्या लिखा मायावती ने?
सोशल मीडिया साइट एक्स पर लगातार तीन पोस्ट करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा कि देश में बीएसपी बहुजन हित की एकमात्र अम्बेडकरवादी पार्टी है तथा पार्टी हित में लोगों पर कार्रवाई करने व पश्चताप करने पर उन्हें वापस लेने की परम्परा है। इसी क्रम में श्री आकाश आनन्द के उतार-चढ़ाव व उन्हें मुख्य नेशनल कोआर्डिनेटर बनाने से बहुत से लोगों में बेचैनी स्वाभाविक।
पार्टी को उम्मीद है कि अब श्री आकाश आनन्द बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी के आत्म-सम्मान के कारवाँ को आगे बढ़ाने व उनके सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी पूरी तनम्यता व जी-जान से निभाएंगे अर्थात पार्टी को अवसरवादी व स्वार्थी लोगों की कतई जरूरत नहीं।
वैसे भी कांग्रेस, भाजपा व सपा आदि पार्टियों के सहारे व इशारे पर चलकर बहुजनों की एकता व बीएसपी को कमजोर करने वाले बरसाती मेंढकों की तरह के संगठन व दलों के नेता चाहे निजी स्वार्थ में विधायक, सांसद व मंत्री क्यों ना बन जाएं इनसे समाज का कुछ भला होने वाला नहीं। लोग सावधान रहें।
क्या टिप्पणी की थी चंद्रशेखर रावण ने?
आकाश आनंद को दोबारा पार्टी में शामिल करते हुए नेशनल कोओर्डिनेटर बनाये जाने के बाद सांसद चंद्रशेखर रावण ने कहा था जनता उन्हें नकार चुकी है। मजबूरीवश उन्हें निकाला और लिया जा रहा है। उनके पास कोई विकल्प नहीं है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती का मैं सम्मान करता हूं। कांशीराम और भीमराव अंबेडकर के मिशन को अब हमारी पार्टी पूरा करेगी। चंद्रशेखर ने कहा कि बाबा साहब कहते थे कि मुर्दा लोग मिशन नहीं चलाते और जिंदा मिशन को नहीं छोड़ते। कांशीराम के संदेश और मिशन को आगे बढ़ने का काम आजाद समाज पार्टी कर रही है। एमपी-एमएलए और मंत्री बनना हमारा सपना होता, तो हमारी पार्टी के प्रथम पंक्ति में बैठे लोग आज किसी पार्टी में मंत्री होते।