‘गोली का जवाब अब गोले से मिलेगा’…. भोपाल से पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी

KNEWS DESK – ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर में एक के बाद एक राज्यों का दौरा कर रहे हैं। हालिया कार्यक्रमों के क्रम में पीएम मोदी आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे, जहां उन्होंने देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित किया। यह सम्मेलन देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसे राज्य सरकार ने खास भव्यता के साथ मनाया।

सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पीएम मोदी का पारंपरिक होल्कर पगड़ी पहनाकर मंच पर स्वागत किया। पूरा भोपाल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और नारीशक्ति के सम्मान में तिरंगे और प्रेरणादायक नारों से सजा नजर आया।

देश की विरासत और नारीशक्ति का महापर्व

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करते हुए की और देवी अहिल्याबाई होल्कर को सच्ची लोकमाता बताते हुए उनके कार्यों को नमन किया। उन्होंने कहा कि जब भारत गुलामी की जंजीरों में जकड़ा था, तब अहिल्याबाई जैसी शासिका ने न केवल जनता की सेवा की, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहरों की भी रक्षा की। काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर अन्य तीर्थ स्थलों का पुनर्निर्माण उनके योगदान को अमर बनाता है।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की नई सैन्य चेतना

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि आतंकवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी थी, जिसका जवाब सेना ने दुश्मन के घर में घुसकर दिया। उन्होंने कहा, “ये ऑपरेशन नारीशक्ति के अपमान का जवाब था। गोली का जवाब अब गोले से मिलेगा।” ऑपरेशन सिंदूर को भारत के सैन्य इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन बताते हुए पीएम ने इसे ‘सिंदूर’ जैसे पवित्र प्रतीक से जोड़ा।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने वर्चुअली इंदौर मेट्रो का उद्घाटन किया और सतना एवं दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण किया। दतिया के लिए उड़ान को एक महिला पायलट द्वारा संचालित किया जाना इस आयोजन में नारीशक्ति के प्रभावी प्रतिनिधित्व को और भी खास बनाता है।

महिला सशक्तिकरण की नई लहर

पीएम मोदी ने बताया कि देशभर में 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ चुकी हैं। सरकार उन्हें वित्तीय सहायता देकर नए आय स्रोत विकसित करने में मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई का सिद्धांत था कि जो कुछ भी हमें मिलता है, वह समाज का ऋण है, जिसे चुकाना हमारी जिम्मेदारी है।

पीएम मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि काशी, जहां देवी अहिल्याबाई ने अनेक निर्माण कार्य कराए, आज उन्हें भी सेवा का अवसर दे रही है। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में उनकी मूर्ति यह संदेश देती है कि जब नारी नेतृत्व करती है, तो इतिहास बनता है।