आर्मी चीफ जनरल उपेन्द्र रावत ने चित्रकूट में ली दीक्षा, गुरू रामभद्राचार्य ने गुरूदक्षिणा में मांगा POK

डिजिटल डेस्क- आर्मी चीफ जनरल उपेन्द्र रावत आध्यात्म की तरफ जाते दिख रहे हैं। इसी क्रम में आर्मी चीफ जनरल उपेन्द्र रावत  ने चित्रकूट पहुंच गुरू रामभद्राचार्य से दीक्षा ग्रहण की। उन्होंने जगतगुरू राम भद्राचार्य जी से सपत्नीक गुरु दक्षिणा ली जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने बताया है कि थल सेना अध्यक्ष से उनकी बहुत अच्छी मुलाकात हुई है। उन्होंने मुझसे गुरुदीक्षा ली है। उन्होंने मुझसे उसी मंत्र की दीक्षा ली जो मंत्र माता सीता ने भगवान हनुमान को लंका विजय के लिए दिया था।

गुरूदक्षिणा में मांगा POK

तुलसी पीठ में पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य से दीक्षा लेकर जनरल द्विवेदी ने उन्हें सेना का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर जगद्गुरु ने कहा कि उनकी कामना है कि वह दक्षिणा में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत में देखें। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान कामतानाथ ऐसी कृपा करें कि जनरल द्विवेदी के कार्यकाल में ही उनकी और पूरे देशवासियों की यह कामना पूरी हो जाए।

आर्मी चीफ के आगमन पर हुई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

सेनाध्यक्ष के आगमन पर धर्मनगरी सेना की छावनी में तब्दील नजर आया। मंगलवार को सुबह करीब नौ बजे हेलीकाप्टर से सेना प्रमुख उपेन्द्र द्विवेदी दीनदयाल शोध संस्थान के आरोग्यधाम परिसर स्थित हेलीपैड़ पर पहुंचे। उनके आने से पहले ही आरोग्यधाम से लेकर तुलसीपीठ तक सुरक्षा का कड़ा पहरा लगा दिया गया था। कई जगह बैरियर लगाकर लोगों को आवागमन रोका गया। सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड में इलाज कराने के लिए आने-जाने वाले लोगों को भी रोकने से दिक्कतें हुई। सेना के जवान हर जगह सुरक्षा में मुस्तैद रहे। एमपी पुलिस के अधिकारी भी सुरक्षा को देखते डटे रहे। हेलीपैड से कड़ी सुरक्षा बीच सेना प्रमुख का काफिला जगगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज की तुलसीपीठ पहुंचा। यहां सेना प्रमुख ने कांच मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इसके बाद जगद्गुरु से उनके कक्ष में जाकर मुलाकात कर आशीर्वाद लिया। सेना प्रमुख ने जगद्गुरु से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली।