ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ…पाकिस्तान को 3 बार घर में घुसकर मारा, जनसभा को संबोधित करते हुए बोले पीएम मोदी

KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल दौरे के तहत अलीपुरद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण में मोदी ने न सिर्फ राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला, बल्कि पाकिस्तान को भी कड़े शब्दों में चेतावनी दी। जनसभा में मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर राज्य सरकार की विफलताओं को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा “पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि भारत ने तीन बार घर में घुसकर मारा है। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर भारत पर दोबारा हमला हुआ, तो उसका जवाब और भी घातक होगा। मोदी ने कहा कि जो आतंकी हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाना चाहते थे, उन्हें सिंदूर की शक्ति का एहसास कराया गया है। यह संदेश केवल आतंकियों को ही नहीं, बल्कि उन्हें शरण देने वालों को भी था।

प्रधानमंत्री ने TMC सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ने पश्चिम बंगाल को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अपराध और असुरक्षा के दलदल में धकेल दिया है। उन्होंने कहा राज्य में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा केंद्र सरकार देना चाहती है, लेकिन TMC सरकार ने इसे रोक रखा है। शिक्षक भर्ती घोटाले में हजारों युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया गया है। यह सिर्फ करियर की बर्बादी नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र का पतन है। चाय बागान श्रमिकों की स्थिति पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि राज्य सरकार उनकी मेहनत की कमाई लूट रही है। कई चाय बागान बंद होने की कगार पर हैं।

मोदी ने अपने भाषण में कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता को अब ममता सरकार के सिस्टम पर भरोसा नहीं रहा। उन्होंने कहा “अब बंगाल की जनता के पास सिर्फ अदालत का ही सहारा बचा है। हर तरफ से यही आवाज उठ रही है – बंगाल में मची चीख-पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार।”

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल को घेरे हुए पांच बड़े संकटों की बात कही-

  1. हिंसा और अराजकता – राजनीतिक हिंसा और गुंडागर्दी का बोलबाला।

  2. महिलाओं की असुरक्षा – बढ़ते अपराध और कमजोर कानून व्यवस्था।

  3. युवाओं में निराशा – बेरोजगारी और करियर की अनिश्चितता।

  4. भ्रष्टाचार – सरकार की नीतियों में पारदर्शिता की कमी।

  5. गरीबों का हक छीनना – योजनाओं के लाभ से वंचित किया जाना।

ये भी पढ़ें-   फॉलोअपः बहू से बदला लेने के लिए दादा, दादी और बुआ ने की था 5 माह के मासूम की गला रेतकर हत्या, पुलिस ने किया 24 घंटे के अंदर खुलासा