कानपुर हेयर ट्रांसप्लांट केस में बड़ा खुलासा, डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने मानी गलती, कहा- वकीलों के दबाव में दिया था झूठा बयान

KNEWS DESK- कानपुर में दो इंजीनियरों की मौत के मामले में गिरफ्तार डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने पुलिस के सामने बड़ा कबूलनामा किया है। जेल में पूछताछ के दौरान अनुष्का ने जांच अधिकारियों को बताया कि मयंक कटियार (फर्रुखाबाद) और विनीत दुबे (कानपुर) का हेयर ट्रांसप्लांट उनकी ही क्लिनिक में किया गया था, जिससे दोनों की मौत हुई।

डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने इससे पहले पुलिस को एक लिखित बयान भेजा था, जिसमें उन्होंने ट्रांसप्लांट की जिम्मेदारी से इनकार किया था। उन्होंने दावा किया था कि विनीत दुबे का ट्रांसप्लांट कानपुर के बर्रा स्थित साई चैरिटेबल हॉस्पिटल में डॉक्टर मनीष कुमार द्वारा किया गया था।

हालांकि अब जेल में दिए गए बयान में उन्होंने पूरी सच्चाई स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि, “मेरे वकीलों ने मुझे कहा था कि अगर सच बता दिया तो गिरफ्तारी पक्की है। इसलिए मैंने झूठ बोला। लेकिन अब जब जमानत नहीं मिल रही थी, तो सरेंडर करना और सच बताना ही ठीक लगा।” मयंक कटियार का हेयर ट्रांसप्लांट मार्च में अनुष्का की क्लिनिक में हुआ था। कुछ दिन बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गई। विनीत दुबे का ट्रांसप्लांट 13 मार्च को हुआ और 15 मार्च को उनकी मौत हो गई।

पुलिस जांच में सामने आया है कि डॉक्टर अनुष्का के पास प्लास्टिक सर्जन की मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। उनके पास सिर्फ BDS (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) की डिग्री है। इसके बाद उन्होंने हेयर ट्रांसप्लांट का एक डिप्लोमा कोर्स किया था, जिसकी वैधता की जांच अभी चल रही है।

डीसीपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि, “हमारे पास अब तक उनकी कोई वैध विशेषज्ञ डिग्री नहीं है। उन्होंने जेल में अपनी गलती स्वीकार कर ली है। रिमांड पर लेकर क्लिनिक की जांच की जाएगी।”

पुलिस अब अनुष्का तिवारी को रिमांड पर लेकर उनके क्लिनिक की गहराई से जांच करेगी। साथ ही क्लिनिक में काम करने वाले कर्मचारियों की प्रशिक्षण और योग्यता की भी जांच होगी। पुलिस यह भी पता लगाएगी कि क्या और मरीज भी गलत इलाज या लापरवाही का शिकार हुए थे। मृत इंजीनियर मयंक कटियार के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अभी तक पुलिस ने कोई औपचारिक एफआईआर दर्ज नहीं की है, जबकि यह मामला आपराधिक लापरवाही का है। उन्होंने निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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