डिजिटल डेस्क- मुंबई की मीठी नदी घोटाले में चल रही जांच में बॉलीवुड एक्टर डीनो मोरिया का नाम सामने आने से एक्टर डीनो मोरिया मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं। सोमवार को उन्हें मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने पूछताछ के लिए तलब किया। डिनो सुबह करीब 11 बजे ईओडब्ल्यू कार्यालय पहुंचे जहां उनसे घंटों तक सवाल-जवाब किए गए।
भाई के साथ बयान दर्ज कराने पहुंचे डीनो मोरिया
डीनो मोरिया और उनके भाई सैंटिनो आज सुबह 11 बजे जांच अधिकारियों के सामने अपना बयान दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो डीनो उनके भाई और घोटाले के मुख्य आरोपी केतन कदम के बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई थी जिसके कारण एक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इन कॉल्स को पुलिस ने सबूत के तौर पर पेश किया था जिनकी जांच फिलहाल चल रही है। डिनो का नाम तब सामने आया जब केतन कदम और उसके सह-आरोपी जयेश जोशी के कॉल रिकॉर्ड और वित्तीय लेन-देन खंगाले जा रहे थे।
क्या है मीठी नदी घोटाला?
मुंबई से बहने वाली मीठी नदी की सफाई को लेकर एक कॉन्ट्रैक्ट हुआ था जिसमें अब 65 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार की बात सामने आई है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों, केरल की एक कंपनी और केतन कदम-जयेश जोशी के बीच मीठी नदी से गाद निकालने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट साइन हुआ था। दरअसल, केतन कदम और जयेश जोशी गाद (स्लिट) निकालने वाली मशीनों को किराए पर देते थे। बीएमसी अधिकारियों ने केरल स्थित कंपनी मैटप्रॉप का दौरा किया था जो गाद निकालने और ड्रेजिंग मशीनों में एक्सपर्ट है। फिर बीएमसी ने वैसे ही इंस्ट्रक्शन के साथ टेंडर जारी किए जो मैटप्रॉप मशीनों से मेल खाते। इससे ये हुआ कि जो भी ठेकेदार टेंडर के लिए अप्लाई करेगा, उसे मैटप्रॉप से ही मशीन खरीदनी या किराए पर लेनी होगी।
भाजपा विधायक ने विधानसभा में उठाई थी आवाज
मीठी नदी सिल्ट घोटाले को सबसे पहले महाराष्ट्र विधानसभा में उठाने वाले भाजपा विधायक प्रसाद लाड़ ने इस घोटाले की सघन जांच के लिए मुम्बई के पुलिस कमिश्नर देवेन भारती से मुलाकात की थी। उन्होंने भी कहा ये घोटाला 1 या 2 साल का नहीं बल्कि 15 साल से ज्यादा पुराना है। मीठी प्रसाद लाड़ ने ये भी आरोप लगाया कि नदी में प्रधानमंत्री फण्ड के जरिये सुरक्षा दीवार बनाने में भी घोटाला हुआ है।