KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के दाहोद में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और देश की सैन्य शक्ति पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन कोई सामान्य सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की भावनाओं और संस्कारों की अभिव्यक्ति है। आतंकवादियों को करारा जवाब देने के लिए देश ने जिस जिम्मेदारी के साथ उन्हें चुना था, उन्होंने वही किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले को याद करते हुए कहा, “जब उन तस्वीरों को देखता हूं तो खून खौल जाता है। एक पिता को बच्चों के सामने गोलियों से छलनी कर दिया गया। ये सिर्फ एक परिवार पर हमला नहीं था, ये 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं पर हमला था।” उन्होंने कहा कि जो लोग भारत में आतंक फैलाते हैं, उन्हें कभी अंदाज़ा नहीं था कि मोदी से टकराना कितना महंगा पड़ सकता है। उन्होंने दावा किया कि हमारी सेना ने सीमा पार 9 सबसे बड़े आतंकी ठिकानों को पहचानकर, 6 तारीख की रात सिर्फ 22 मिनट में उन्हें मिटा डाला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पाकिस्तानी सेना ने दुस्साहस किया, तो भारतीय सेना ने उन्हें धूल चटा दी। “मैंने हमारी तीनों सेनाओं को खुली छूट दी, और उन्होंने वो कर दिखाया जो दुनिया ने कई दशकों से नहीं देखा था।” पीएम मोदी ने दाहोद में कई बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनमें सबसे अहम रही दाहोद इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री। उन्होंने कहा, “तीन साल पहले मैंने इस फैक्ट्री की नींव रखी थी और आज यहां से पहला इलेक्ट्रिक इंजन बनकर तैयार हो गया है। यह गुजरात के लिए गर्व की बात है।” उन्होंने यह भी बताया कि गुजरात का पूरा रेलवे नेटवर्क अब 100% विद्युतीकृत हो चुका है, जो राज्य के हर कोने को प्रगति से जोड़ने वाला कदम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात आज सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि विकास और विश्वास का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने कहा कि दाहोद जैसे आदिवासी इलाकों में हो रहा ये परिवर्तन, यह बताता है कि विकास अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहा।
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