अजब-गजबः शिकायतकर्ता को मृत बता जांच में खेल कर लगा दी निस्तारण रिपोर्ट

सीतापुर-  सीतापुर के महोली क्षेत्र की एक गौशाला में गौवंशों की हो रही जिसका संज्ञान जिलाधिकारी अभिषेक आनंद के द्वारा लेते हुए खंड विकास अधिकारी महोली को जांच सौंपी गई थी। खण्ड विकास अधिकारी महोली ने खुद से जांच न करते हुए अपने अधीनस्थों से जांच कराई, जिसमे उनके द्वारा शिकायत करता को पूर्व में मौत होने की पुष्टि करते हुए शिकायत का निस्तारण कर दिया। अब शिकायत करता अपने आपको जीवित साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने पर मजबूर हो गया है।

निस्तारित रिपोर्ट

गौशाला की लचर व्यवस्था की शिकायत पर बताया मृत

गौरतलब हो विकासखंड महोली क्षेत्र की ग्राम पंचायत भगवानपुर ग्रंट में स्थित अस्थायी गौशाला की शिकायत पिसावा ब्लॉक क्षेत्र के मोहरनिया के रहने वाले रामविलास गौतम द्वारा की गई थी मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत में रामविलास गौतम ने आरोप लगाया था भगवानपुर ग्रांट में स्थित गौशाला में पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था नहीं है।

शिकायतकर्ता रामविलास गौतम

जिसके चलते पशुओं की मौत हो रही है भूख से तड़प-तड़प कर मौत हो रही है जिसकी शिकायत पूर्व में की थी जिसकी जांच शासन के द्वारा खंड विकास अधिकारी महोली को सौंप गई जिसमें खंड विकास अधिकारी महोली ने अपनी जांच आख्या में शिकायतकर्ता को मृत्यु घोषित कर दिया खंड विकास अधिकारी महोली की जांच आख्या की माने तो सेक्टर प्रभारी व सचिव के द्वारा जांच कराई गई जिसमें बताया गया शिकायतकर्ता के पुत्र ने बताया कि रामविलास गौतम उसके पिता है जिनकी विगत दिनों मौत हो चुकी है। और शिकायत पर अखियां लगाकर शिकायत का निस्तारण कर दिया इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शासन के मानसा के विपरीत जाकर खंड विकास अधिकारी महली ने शिकायतकर्ता को मृतक घोषित कर अपना पल्ला झाड़ने का काम किया है।