डिजिटल डेस्क- बीते वर्षों में कोरोना की मार झेल चुके लोगों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। कोविड ने फिर से वापसी की है, जिसके लिए सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है साथ ही सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को सतर्क कर दिया है। इस बार JN.1 नाम का एक नया वेरिएंट सामने आया है, और इसके कई मामले मिल चुके हैं। भारत के भी कुछ राज्यों में इस नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी है। अभी पूरे देश में लगभग ढाई सौ एक्टिव केस हैं, जिनमें से ज़्यादातर केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में हैं. कुल मिलाकर, 11 राज्यों में अभी भी कोरोना के मरीज़ हैं।
दिल्ली सरकार ने जारी की गाइडलाइन
देश के विभिन्न हिस्सों में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। कोविड-19 के मामलों में अचानक बढ़ोतरी के चलते,दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में सभी अस्पतालों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली सरकार ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को निर्देशित किया है कि वे कोरोना के सभी पॉजिटिव नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए लोक नायक अस्पताल भेजें। इसके अलावा,अस्पतालों को बिस्तर,ऑक्सीजन,एंटीबायोटिक्स,अन्य दवाओं और वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तैयार रहना चाहिए। सभी आवश्यक उपकरण जैसे वेंटिलेटर,बाई-पीएपी,ऑक्सीजन सांद्रक और पीएसए को चालू स्थिति में रखना अनिवार्य है। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी कहा है कि सभी मापदंडों की दैनिक रिपोर्टिंग दिल्ली राज्य स्वास्थ्य डेटा प्रबंधन पोर्टल पर की जानी चाहिए।
लक्षण दिखने पर एक हफ्ते तक करें आइसोलेट
सरकार की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक, यदि किसी व्यक्ति को बुखार, खांसी, गला खराब होना या सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण महसूस हों, तो उसे तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच करानी चाहिए। खासकर यदि वह हाल ही में किसी ऐसे राज्य से लौटा हो, जहां कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, तो कोविड टेस्ट कराना और कम-से-कम एक सप्ताह तक खुद को आइसोलेट करना अनिवार्य होगा।
मास्क पहनना जरूरी
नई गाइडलाइंस में स्पष्ट कहा गया है कि मॉल, थिएटर, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जरूरी है। साथ ही बार-बार हाथ धोने की भी सलाह दी गई है। ऐसे व्यक्ति जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं (को-मॉर्बिड), गर्भवती महिलाएं, पांच साल से कम उम्र के बच्चे और बुजुर्ग लोगों को सलाह दी गई है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।