KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाले मामले में हाईकोर्ट ने कुख्यात सीरियल किलर राजा कोलंदर को उम्रकैद की सजा सुनाई है। राजा कोलंदर, जिसे ‘लखनऊ का नरपिशाच’ भी कहा जाता है, पर कई लोगों की हत्या और उनके मस्तिष्क को सूप बनाकर पीने जैसे जघन्य अपराधों का आरोप था। इस मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि राजा कोलंदर ने लखनऊ के बाहरी इलाके में अपने फॉर्म हाउस में कई लोगों की नृशंस हत्या की थी। उसके फॉर्म हाउस से एक दर्जन से अधिक नरमुंड और मानव अवशेष बरामद किए गए थे, जो उसके अपराधों की भयावहता को दर्शाते हैं। अभियोजन पक्ष के अनुसार, कोलंदर अपनी शिकार बनाए गए व्यक्तियों के मस्तिष्क को निकालकर उसका सूप बनाता और उसे पीता था। इस अमानवीय कृत्य ने जांच अधिकारियों और स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया। लखनऊ हाईकोर्ट में लंबे समय तक चली सुनवाई के बाद, जज ने राजा कोलंदर को कई हत्याओं और अन्य जघन्य अपराधों का दोषी पाया। कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई, जिसके तहत उसे जीवन भर जेल में रहना होगा। अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में पेश किए गए पुख्ता सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर यह सजा सुनिश्चित की।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि राजा कोलंदर के फॉर्म हाउस की तलाशी के दौरान न केवल नरमुंड, बल्कि हत्या में प्रयुक्त हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई थी। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि कोलंदर अपने शिकार को सुनियोजित तरीके से चुनता था और उन्हें अपने फॉर्म हाउस में लाकर हत्या करता था।
इस सजा के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह शैतान इंसान के भेष में था। अब कोर्ट के इस फैसले से हमें न्याय का भरोसा मिला है।” वहीं, पुलिस ने अन्य संभावित पीड़ितों की तलाश और इस मामले में किसी अन्य की संलिप्तता की जांच जारी रखने की बात कही है। यह मामला न केवल लखनऊ बल्कि पूरे देश में मानवता को शर्मसार करने वाला एक काला अध्याय बन गया है। राजा कोलंदर की सजा से यह संदेश साफ है कि अपराध की कोई जगह नहीं है और कानून हर अपराधी को सजा देगा।