डिजिटल डेस्क- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को लगातार अपने बयानों से बेनकाब कर रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी के बयानों की चर्चा पाकिस्तान में भी जमकर हो रही है। असदुद्दीन ओवैसी लगातार अपने बयानों से पाकिस्तान को लताड़ रहे हैं। भारत में उनके बयानों को खूब पसंद किया जा रहा है। हाल ही में सर्वदलीय बैठक में प्रतिनिधिमंडल का सदस्य चुने जाने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने फिर से अपने बयानों से पाकिस्तान को घेरा है और सुर्खियां बटोंरी हैं।
हम है पाकिस्तान के दूल्हा…
सांसद ओवैसी ने कहा कि हम ही दूल्हाभाई हैं पाकिस्तान के। वहां कोई नहीं रहा, सिर्फ हम ही रह गए हैं। इतना बेबाक, इतना हैंडसम कोई दिखी नहीं रहा है पाकिस्तान वालों को। खाली मैं ही दिख रहा हूं भारत से। सुनते रहो, देखते रहे प्यारे मेरे को। ज्ञान बढ़ेगा। तुम्हारे दिमाग में जो भूसा भरा है, वह साफ होगा तुम्हारा इग्नोरेंस खत्म होगा।’ भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का काफी दंश झेला है। हम सभी ने जिया-उल-हक के समय से लोगों का कत्लेआम देखा है। भारत के साथ टकराव में पाकिस्तान के खुद को इस्लामी देश के रूप में पेश करने पर उसे आड़े हाथों लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह बकवास है। भारत में करीब 20 करोड़ मुसलमान रहते हैं। यह भी बताना जरूरी है।
ओवैसी ने कहा कि तुर्की को पाकिस्तान का समर्थन करने के अपने रुख पर फिर से विचार करना चाहिए। हमें तुर्की को याद दिलाना चाहिए कि तुर्की में एक बैंक है जिसका नाम Isbank है। इस बैंक में पहले भारत के लोगों ने पैसे जमा किए थे। तुर्की के भारत के साथ कई पुराने संबंध हैं। हमें तुर्की को लगातार याद दिलाना चाहिए कि भारत में 20 करोड़ से ज़्यादा मुसलमान रहते हैं। भारत में पाकिस्तान से ज़्यादा मुसलमान हैं। पाकिस्तान ने अब तक जिस तरह से व्यवहार किया है, उसका इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है।’
हमारे प्रधानमंत्री को युद्धविराम की घोषणा करनी चाहिए थी, न कि अमेरिका के राष्ट्रपति को
सांसद असदुद्दीन ओवैसी युद्धविराम (सीजफायर) पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की घोषणा पर भड़कते हुए अमेरिका की आलोचना की। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा था, मैं फिर कहूंगा, हमारे प्रधानमंत्री को युद्धविराम की घोषणा करनी चाहिए थी, न कि अमेरिका के राष्ट्रपति को। क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान का अमेरिका के साथ व्यापार केवल 10 बिलियन का है, जबकि भारत के लिए यह 150 बिलियन से ज़्यादा है। क्या यह मजाक है? अमेरिका पर हमला करते हुए ओवैसी ने पूछा कि क्या अमेरिका गारंटी दे सकता है कि पाकिस्तान अब हम पर आतंकी हमले नहीं करेगा?