पहले की फायरिंग फिर पर्ची देकर मांगी 10 लाख की फिरौती, पुलिस ने मुठभेड़ कर किया गिरफ्तार

KNEWS DESK- अपराधी भी दहशत फैलाने और अपना रसूख कायम करने के लिए रोज नए प्रयोग कर रहे हैं और ऐसा ही कुछ गाजीपुर के नंदगंज इलाके में भी हुआ। जब दो बदमाशों ने करीब एक सप्ताह पूर्व एक निजी अस्पताल पर पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग की और फरार हो गए। उसके कुछ दिन बाद ही 10 लाख रुपए की फिरौती के लिए अस्पताल पर पहुंच पर्ची भी पहुंचा दिए, लेकिन शायद उन्हें नहीं पता था कि योगी की पुलिस है और पर्ची देने के तीन दिनों के बाद ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार कर लिया है।

बदमाशों द्वारा अस्पताल में दी गई पर्ची

इस बार गोली अस्पताल पर नहीं शरीर पर चलेगी

गाजीपुर के नंदगंज थाना अंतर्गत  नंदिनी हॉस्पिटल संचालित होता है। यहां बीती 4 मई को दो बदमाश अचानक से पहुंचे जो अपना चेहरा बंधे हुए थे और अस्पताल पर पहुंचकर दहशत फैलाने के उद्देश्य से तीन फायर भी किया जिसके निशान अस्पताल की दीवारों पर लगे गोलियां बता रही हैं और इस बात की जानकारी अस्पताल संचालिका ऋतु पाठक के द्वारा पुलिस को दिया गया पुलिस ने भी इस मामले में अज्ञात के खिलाफ 5 मई को मुकदमा दर्ज कर लिया अभी पुलिस इस मामले में छानबीन कर ही रही थी कि 9 मई को दो बदमाश मोटरसाइकिल से पहुंचते हैं और अस्पताल के काउंटर पर एक पर्ची काउंटर पर खड़े हुए व्यक्ति को देकर चले जाते हैं बाद में जब अस्पताल के संचालक ने उस पर्ची को देखा तो उस पर लिखा था बहुत इधर-उधर घूम लिए 10 लाख रुपए की व्यवस्था कर डॉक्टर। नहीं तो इस बार केबिन पर गोली ना चली शरीर पर चली-पुनीत यादव।

मामले की जानकारी देते पुलिस उपाधीक्षक

पुलिस ने किया मुठभेड़ के दौरान किया गिरफ्तार

अस्पताल संचालक ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और पुलिस भी इन बदमाशों की खोजबीन में लग गई और एक दिन पूर्व इस मामले में दो बदमाश अमन यादव पुत्र अजय यादव निवासी ग्राम सकरा थाना कोतवाली और अमन यादव पुत्र अंगद यादव ग्राम बेलसडी थाना करंडा को गिरफ्तार कर अस्पताल में फायरिंग में प्रयोग किए गए असलह कि बरामदगी के लिए बीती रात उनकी निशानदेही पर लेकर जा रहे थे इसी दौरान मौका देखकर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर फरार होने का प्रयास करने लगे। इसके बाद पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसके बाद दोनों बदमाशों के बाएं पैर में गोली लगी और वह घायल हो गए इसके बाद उन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि हम जेल जाने के डर से भागना चाहते थे जिस कारण हमने पुलिस पर फायरिंग की।