KNEWS DESK- भारत-पाकिस्तान के बीच पिछले दिनों से चल रहे भारी तनाव और हमलों के बाद अंततः 10 मई को युद्धविराम की घोषणा अमेरिका की मध्यस्थता में हो गई। सीजफायर के ऐलान के बाद जहां हालात सामान्य होने लगे और प्रभावित जिलों में लोगों की चहलकदमी शुरू हो गई, वहीं विभिन्न पार्टियों के नेता सीजफायर पर अपना-अपना वक्तव्य देने लगे। कांग्रेसी नेता सचिन पायलट ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जहां भारतीय सेना की प्रशंसा की, वहीं सीजफायर पर अमेरिका की भूमिका पर सवाल भी उठाया। सचिन पायलट ने 1994 में सर्वसम्मत रूप से पास संसद प्रस्ताव को दोहराने की भी मांग की।
भारतीय सेना किसी से कम नहीं है
कांग्रेसी नेता सचिन पायलट ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे दुनिया की किसी भी सेना से कम नहीं हैं। 24 घंटों में हालात तेजी से बदले हैं। सेना हर मोर्चे पर पूरी तरह तैयार और सतर्क रही है।
ट्रंप की भूमिका पर जताई हैरानी
कांग्रेसी नेता सचिन पायलट ने कहा कि हम इस बात से हैरान थे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम की घोषणा की। ऐसा पहली बार हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी लंबे समय से मांग कर रही है कि एक विशेष संसद सत्र बुलाया जाए और हमें 1994 के प्रस्ताव को दोहराना चाहिए जब सभी दलों ने सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की और प्रस्ताव पारित किया कि POK भारत का अभिन्न अंग है और हम इसे वापस लेंगे।