KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ एक ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनी, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की निर्माण इकाई के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। यह यूनिट ‘डिफेंस कॉरिडोर’ परियोजना के तहत स्थापित की गई है और इसे भारत की सामरिक क्षमता में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
कार्यक्रम में रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, ब्रह्मोस एयरोस्पेस के प्रतिनिधि, वैज्ञानिक, इंजीनियर और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे। इस अवसर पर यूनिट का औपचारिक उद्घाटन रिमोट के माध्यम से किया गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने फैक्ट्री का निरीक्षण किया और वहां काम कर रहे वैज्ञानिकों और तकनीकी विशेषज्ञों से बातचीत की।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण इकाई का लखनऊ में खुलना, उत्तर प्रदेश और देश दोनों के लिए गर्व का विषय है। यह न केवल हमारे आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूत करेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।”
उन्होंने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर के अंतर्गत आने वाले इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ उत्तर प्रदेश का तकनीकी और औद्योगिक विकास होगा, बल्कि यह भारत को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जाएगा।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम से विकसित की गई है। यह यूनिट अब भारत में ही मिसाइल के कई महत्वपूर्ण हिस्सों का उत्पादन करेगी, जिससे रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
इस फैक्ट्री के जरिए न केवल ब्रह्मोस मिसाइल के उत्पादन में तेजी आएगी, बल्कि यह स्थानीय स्तर पर तकनीकी कौशल और अनुसंधान को भी प्रोत्साहित करेगी। विशेषज्ञों के अनुसार, लखनऊ यूनिट पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस है और यह अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप काम करेगी।
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