भारत-पाक तनाव के बीच आया अमेरिका का बयान, बोले अमेरिकी उपराष्ट्रपति- अमेरिका इसमें सीधे दखल नहीं देगा

KNEWS DESK- भारत-पाक के बिगड़े रिश्तों के बीच जहां भारत पाकिस्तान पर हावी पड़ता दिखाई दे रहा है तो वहीं पाकिस्तान सभी देशों से मदद मांग रहा है। ऐसे में विश्व का कोई भी देश पाकिस्तान के साथ खड़ा नहीं दिखाई दे रहा है। जहाँ कल बीती रात चीन ने भी पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वहीं अमेरिका से जंग विराम की उम्मीद लगाए पाकिस्तान को अमेरिका से भी निराशा हाथ लगी है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक इंटरव्यू में बयान देते हुए कहा कि अमेरिका इस युद्ध में शामिल नहीं होने जा रहा है। उन्होंने कहा हम जो कर सकते है वह यह है कि इन लोगों को थोड़ा शांत होने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करें, लेकिन हम युद्ध के बीच में शामिल नहीं होने जा रहे हैं, जो मूल रूप से हमारा कोई काम नहीं है और इसका अमेरिका की इसे नियंत्रित करने की क्षमता से कोई लेना-देना नहीं है।

दोनों देशों के तनाव से वैश्विक स्तर पर खतरा

उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने चिंता जताई कि दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच तनाव क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा बन सकता है। उन्होंने दोनों देशों से संयम बरतने और कूटनीतिक समाधान की दिशा में काम करने की अपील की। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका का इस मामले में तटस्थ रुख दोनों देशों को बातचीत के लिए प्रेरित कर सकता है, लेकिन साथ ही यह क्षेत्र में तनाव को और बढ़ाने का कारण भी बन सकता है।

चीन ने पहले ही झाड़ लिया है पल्ला

चीन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान हमेशा एक दूसरे के पड़ोसी हैं और पड़ोसी रहेंगे। चीन का कहना है कि वह सभी तरह के आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है। चीन ने भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। चीन ने कहा है कि दोनों देश संयम बरतें और ऐसे कदम उठाने से बचें जिससे स्थिति और खराब हो जाए।