KNEWS DESK- बीती रात पाकिस्तान द्वारा किए गए भारत पर ड्रोन हमलों की नाकाम कोशिश के बाद अब केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। देश की रक्षा तैयारियों को और मज़बूत करने तथा आगे की रणनीति तय करने के लिए आज सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के साथ-साथ थल सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुख भी मौजूद रहेंगे। यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इसमें पाकिस्तान की हालिया हरकतों पर विस्तृत चर्चा और जवाबी रणनीति पर फैसला लिया जाएगा।
आगे का एक्शन प्लान-
सूत्रों के अनुसार, इस मीटिंग में निम्नलिखित विषयों पर चर्चा हो सकती है-
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ड्रोन हमलों की खुफिया रिपोर्ट का विश्लेषण
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सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत करना
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जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार
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आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमलों की योजना
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आवश्यक सैन्य संसाधनों की तैनाती और तैयारियों का जायज़ा
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक सिर्फ जवाबी हमलों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि भारत की दीर्घकालिक सुरक्षा रणनीति और हाइब्रिड वारफेयर (ड्रोन, साइबर और पारंपरिक हमलों का सम्मिलित खतरा) से निपटने के उपायों पर भी केंद्रित होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी में यह बैठक यह भी संकेत देती है कि सरकार कूटनीतिक प्रयासों के साथ-साथ सैन्य जवाब की भी पूरी तैयारी में है।
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