SHIV SHANKAR SAVITA- बीती 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद उपजे भारत और पाक के बीच तनाव के मध्य गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए 7 मई को ब्लैकआउट के मध्य सभई जिलों के जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों को पूरी करते हुए ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल को अंतिम रूप दे दिया है। इसी क्रम में कानपुर जिलाधिाकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कल होने वाले मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट की रूप रेखा तय करते हुए दिशा निर्देश जारी किये।
शाम 4 बजे होगा मॉक ड्रिल
जिलाधिकारी ने बताया कि 7 मई को शाम 4 बजे मॉक ड्रिल का अभ्यास किया जाएगा। इस अभ्यास का उद्देश्य आपात स्थिति में नागरिकों की त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है। ड्रिल में हवाई हमले की चेतावनी, ब्लैक आउट, निकासी और प्राथमिक चिकित्सा का अभ्यास किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के 10 प्रमुख स्थानों पर अग्निसुरक्षा ड्रिल की जाएगी जिनमें बड़ा चौराहा, लखनपुर, शारदानगर, रामादेवी, बासमंडी आदि शामिल हैं। मालवीय पार्क, ट्रांसपोर्ट नगर और पनकी में रेस्क्यू ड्रिल का भी आयोजन किया जाएगा। मॉक ड्रिल से पहले शाम को 4 बजे एक बार सायरन बजेगा ताकि रात में होने वाले ब्लैकआउट के दौरान सायरन बजने की स्थिति को परखा जा सके।
15 मिनट पहले बजेगा सायरन
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए बताया की 7 मई को रात में 09ः15 बजे सायरन बजाकर ब्लैकआउट का संकेत जारी कर दिया जाएगा। 15 मिनट बाद अर्थात 09ः30 बजे से ब्लैकआउट शुरू हो जाएगा जो रात 10ः00 बजे तक चलेगा। ब्लैकआउट समाप्त होने के बाद 10ः03 पर पुनः सायरन बजाकर ब्लैकआउट खत्म होने का संकेत जारी किया जाएगा।
09ः30 पर तीन मिनट का लो पिच सायरन बजेगा
जिलाधिकारी ने बताया कि 09ः15 बजे एक बार सायरन बजने के बाद 09ः30 पर पुनः तीन मिनट के लिए लो पिच सायरन बजेगा। इस लो पिच सायरन का अर्थ होगा कि ब्लैकआउट प्रक्रिया चालू हो गई है।
घरों और इंवर्टर की लाइट बंद करने के निर्देश
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि ब्लैक आउट के दौरान सभी घरों, प्रतिष्ठानों में पूर्ण रूप से ब्लैक आउट रहेगा। इस दौरान बिजली जलाने की पाबंदी रहेगी। यहां तक कि इंवर्टर की लाइट भी नहीं जला सकेंगे। खिड़की और दरवाजों में मोटे पर्दे डालने अनिवार्य होंगे ताकि किसी भी प्रकार की रोशनी बाहर न जा सके।
सिविल डिफेंस के सदस्य रहेंगे सड़कों पर तैनात
ब्लैक आउट के दौरान नागरिक सुरक्षा कोर के सदस्य और पदाधिकारी सड़कों पर तैनात रहेंगे ताकि ब्लैक आउट को पूर्ण रूप से लागू कराया जा सके। इस दौरान सिविल डिफेंस के सदस्य सड़कों, पार्कों और सार्वजनिक स्थानों में जलने वाली लाइटों को बंद करेंगे।