CBI प्रमुख की नियुक्ति को लेकर PM मोदी और राहुल गांधी की PMO में अहम बैठक

KNEWS DESK –  देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को नया प्रमुख मिलने वाला है। मौजूदा निदेशक प्रवीण सूद का कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है, और उनके उत्तराधिकारी के चयन को लेकर उच्च-स्तरीय बैठक प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में जारी है। इस अहम बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना शामिल हुए हैं।

कौन बन सकता है अगला CBI प्रमुख?

CBI निदेशक की नियुक्ति एक बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यह नियुक्ति दिल्ली स्पेशल पुलिस इस्टैब्लिशमेंट एक्ट, 1946 के तहत होती है। 2013 में इस कानून में किए गए संशोधन के बाद, CBI डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए एक तीन सदस्यीय चयन समिति का गठन अनिवार्य कर दिया गया। इस समिति में प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के मुख्य न्यायाधीश शामिल होते हैं।

प्रवीण सूद का कार्यकाल

प्रवीण सूद को मई 2023 में CBI डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। उस समय वे कर्नाटक के डीजीपी थे। उन्होंने सुबोध जायसवाल की जगह ली थी। 1986 बैच के IPS अधिकारी प्रवीण सूद कर्नाटक कैडर से आते हैं और उन्होंने कई महत्वपूर्ण जांचों की निगरानी की है। अब जब उनका दो साल का कार्यकाल समाप्त होने को है, तो नए निदेशक की खोज तेज हो गई है।

नियुक्ति प्रक्रिया कैसे होती है?

CBI निदेशक की नियुक्ति कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) द्वारा की जाती है, लेकिन यह नियुक्ति उस तीन सदस्यीय समिति की सिफारिश पर आधारित होती है, जो संभावित उम्मीदवारों की सूची पर विचार कर एक नाम को अंतिम रूप देती है। यह प्रक्रिया पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए अपनाई जाती है।

सूत्रों के अनुसार, अगले CBI निदेशक की रेस में कुछ वरिष्ठ IPS अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं, जिनमें वर्तमान में विभिन्न राज्यों या केंद्र सरकार में अहम भूमिका निभा रहे अधिकारी शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अंतिम निर्णय समिति की सिफारिश के बाद ही लिया जाएगा।